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आज अक्षय तृतीया पर करें महालक्ष्मी अष्टक स्तोत्र का पाठ, पूरी होगी इच्छा

 

ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: हिंदू धर्म में पर्व त्योहारों को बेहद ही शुभ और खास माना जाता है वही आज यानी 3 अप्रैल दिन मंगलवार को अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जा रहा है इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर जी की पूजा आराधना की जाती है इस दिन विधि विधान से पूजा करने से भगवान की कृपा प्राप्त होती है आज के दिन सोने चांदी की खरीदारी करना भी शुभ माना जाता है, वही आज अक्षय तृतीया के साथ साथ भगवान श्री विष्णु जी के अवतार भगवान परशुराम जी की भी जयंती मनाई जा रही है इस दिन भगवान परशुराम की पूजा करना भी लाभकारी होता है आज के दिन मां लक्ष्मी और परशुराम जी की पूजा करने से विशेष आशीर्वाद मिलता है। ऐसे में आज हम आपके लिए लेकर आए हैं महालक्ष्मी अष्टक स्तोत्र का पाठ। 

महालक्ष्मी अष्टक स्तोत्र पाठ—

इन्द्र उवाच
नमस्तेऽस्तु महामाये श्रीपीठे सुरपूजिते।
शंखचक्रगदाहस्ते महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।1।।
नमस्ते गरुडारूढे कोलासुरभयंकरि।
सर्वपापहरे देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।2।।

सर्वज्ञे सर्ववरदे देवी सर्वदुष्टभयंकरि।
सर्वदु:खहरे देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।3।।
सिद्धिबुद्धिप्रदे देवि भुक्तिमुक्तिप्रदायिनि।
मन्त्रपूते सदा देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।4।।

आद्यन्तरहिते देवि आद्यशक्तिमहेश्वरि।
योगजे योगसम्भूते महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।5।।
स्थूलसूक्ष्ममहारौद्रे महाशक्तिमहोदरे।
महापापहरे देवि महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।6।।

पद्मासनस्थिते देवि परब्रह्मस्वरूपिणी।
परमेशि जगन्मातर्महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।7।।
श्वेताम्बरधरे देवि नानालंकारभूषिते।
जगत्स्थिते जगन्मातर्महालक्ष्मी नमोऽस्तु ते।।8।।

स्तोत्र पाठ का फल

महालक्ष्म्यष्टकं स्तोत्रं य: पठेद्भक्तिमान्नर:।
सर्वसिद्धिमवाप्नोति राज्यं प्राप्नोति सर्वदा।।9।।
एककाले पठेन्नित्यं महापापविनाशनम्।
द्विकालं य: पठेन्नित्यं धन्यधान्यसमन्वित:।।10।।
त्रिकालं य: पठेन्नित्यं महाशत्रुविनाशनम्।
महालक्ष्मीर्भवेन्नित्यं प्रसन्ना वरदा शुभा।।11।।