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अगर आप भी हो गए है कोरोना पॉजिटिव, तो दमदार रिकवरी दिलाएगा ये मैक्रोन्यूट्रिएंट

 

लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। बढ़ते कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले भारत सहित दुनियाभर में स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए गंभीर चिंता का कारण बने हुए हैं। पिछले 24 घंटे में देश में आंकड़ों पर नजर डालें तो करीब 1.80 लाख नए मामले सामने आए हैं, वहीं 4000 के पार ओमिक्रॉन संक्रमण का आंकड़ा बढ़कर हो गया है। राहत की बात यह है कि ज्यादातर लोगों में ओमिक्रॉन से संक्रमित संक्रमण के हल्के लक्षण देखे जा रहे हैं, जोकि आसानी से ठीक हो जाते हैं। हालांकि कोविड से बचाव के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सभी लोगों को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है, उन्हें होम आइसोलेशन में खान-पान और सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए, वहीं जिन लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो गई है। 

संक्रमितों को आहार में पौष्टिक चीजों को शामिल करना चाहिए जिससे रिकवरी की रफ्तार बढ़ सके। कोविड-19 संक्रमितों को आहार में प्रोटीन की अधिक मात्रा सुनिश्चित करनी चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, भले ही ओमिक्रॉन को अपेक्षाकृत हल्के लक्षणों वाला वैरिएंट माना जा रहा है, हालांकि इससे संक्रमण के दौरान भी लोगों को सेहत को लेकर विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। आइए आगे की स्लाइडों में जानते हैं कि कोविड से तेज रिकवरी में प्रोटीन की क्या भूमिका हो सकती है?

तेज रिकवरी के लिए करें पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन
शरीर के कोशिकाओं की मरम्मत और नए कोशिकाओं को निर्माण में प्रोटीन की भूमिका महत्वपूर्ण मानी जाती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, शरीर को फिट रखने के लिए तमाम तरह के मैक्रोन्यूट्रिएंट्स की आवश्यकता होती है, प्रोटीन उन्हीं पोषक तत्वों में से एक है। कोरोना संक्रमण के दौरान भी लोगों को इस मैक्रोन्यूट्रिएंट्स की अधिकता वाली चीजों के अधिक सेवन की सलाह दी जाती है, जिससे शरीर तेजी से रिकवरी कर सके। 

प्रोटीन का सेवन हो सकता है मददगार
फंक्शनल इम्युनोग्लोबुलिन और आंत से जुड़े लिम्फोइड ऊतक (जीएएलटी) पर प्रोटीन की कमी का नकारात्मक प्रभाव हो सकता है, जिससे शरीर की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है। चूंकि यह सीधे प्रतिरक्षा से जुड़ा हुआ है, ऐसे में प्रोटीन की कमी न केवल कोरोना संक्रमण के खतरे को बढ़ा देती है, साथ ही कई अन्य वायरल संक्रमणों का जोखिम भी बढ़ सकता है। कोरोना संक्रमितों पर किए गए अध्ययन से पता चलता है कि आहार में प्रोटीन की मात्रा को बढ़ाकर रिकवरी की रफ्तार को तेज किया जा सकता है। प्रोटीन की कमी का सीधा प्रभाव  प्रतिरक्षा प्रणाली पर पड़ता है। 

कोविड के दौरान प्रोटीन की आवश्यकता
इसमें साइटोकिन्स के रिलीज को कम करने के लिए अमीनो एसिड की एंटी-इंफ्लामेटरी और एंटीवायरल दवाएं दी जाती हैं। अध्ययनकर्ताओं का मानना है कि मांस और अन्य स्रोतों से प्राप्त प्रोटीन में सभी आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं जो इस तरह की समस्याओं का कम करने में मदद कर सकते हैं।अध्ययनों में कोविड-19 की जटिलता में साइटोकिन स्ट्रोम का जिक्र मिलता है। यह साइटोकिन्स के ओवर रिलीज के कारण होने वाली होने वाला हाइपर-इंफ्लामेंटरी प्रतिक्रिया है जिसके परिणामस्वरूप अक्सर मल्टी ऑर्गन फेलियर की समस्या का खतरा बढ़ जाता है। 

कोविड संक्रमितों को प्रोटीन के लिए क्या खाना चाहिए?
हालांकि ध्यान देने वाली बात यह है कि विभिन्न खाद्य पदार्थों में प्रोटीन की मात्रा भिन्न होती है, ऐसे में विशेषज्ञ की सलाह और अपने शरीर के लिए आवश्यकताओं के आधार पर प्रोटीन का सेवन किया जाना चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक पशु उत्पादों जैसे चिकन या मछली, डेयरी उत्पादों और बीन्स, दाल, नट्स और साबुत अनाज का सेवन करके प्रोटीन की आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सकती है। कोविड से तेज रिकवरी के लिए प्रोटीन को आवश्यक माना जाता है।