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Corona Variant Alert, डेल्टा और ओमिक्रॉन ही नहीं भारत में कोरोना का ये वेरिएंट बरपा रहा है कहर

 

हैल्थ न्यूज डेस्क।। कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट से इन दिनों दुनिया दहशत में जूझ रही है। दुनियाभर के लोगों को पिछले दो सालों से कोरोनावायरस ने एक ऐसा खौफनाक मंजर दिखाया है। दिसंबर में चीन के वुहान से इस वायरस का संक्रमण शुरू हुआ था। कोविड-19 नाम नोबेल कोरोनावायरस से होने वाली बीमारी को दिया गया। कोरोना वायरस कहने को बहुत सूक्ष्म, लेकिन बहुत प्रभावी वायरस है और इसका संक्रमण पूरी दुनिया में तेजी से फैल रहा है। लेकिन सवाल ये है कि इसके नए-नए वेरिएंट उभरने की वजह क्या है।कोविड-19 की रफ्तार जहां धीमी पड़ गई थी, वहीं अब तक इसके कई रूप सामने आ चुके हैं, जो वैज्ञानिकों के लिए चिंता का विषय है। 

जैसा कि आप सभी जानते हैं कि नोबेल कोरोनावायरस के बाद से इसके कई अलग-अलग वेरिएंट सामने आए। इन्हीं परिवर्तनों को म्यूटेशन कहा जाता है। इनमें से कुछ से निपटना आसन रहा, लेकिन डेल्टा और ओमिक्रॉन जैसे वेरिएंट ने दुनियाभर में कहर बरपाया । WHO के अनुसार, जब कोई वायरस खुद की नकल करता है या अपने ही फीचर का निर्माण करता है, तो कभी-कभी इसमें थोड़ा बदलाव देखने को मिलता है। तो आइए यहां बताते हैं आपको भारत में ओमिक्रॉन और उनके लक्षणों के साथ मौजूद कोविड-19 के प्रकारों के बारे में।

​डेल्टा वेरिएंट ने मचाई तबाही

जीनोम सिक्वेंस और सैंपल टेस्ट की मदद से भारत में डबल म्यूटेशन का पहला मामला महाराष्ट राज्य में सामने आया था। जहां सावधानी बरतने में हुई ढिलाई और लापरवाही कोविड मामलों में वृद्धि के कारण थे, वहीं डेल्टा वेरिएंट ने दूसरी लहर को बेहद खतरनाक अंजाम दिया। कोरोनावायरस की दूसरी लहर से हुई तबाही हम सभी को याद रहेगी। 

​डेल्टा प्लस वेरिएंट
अधिकारियों के अनुसार, डेल्टा प्लस वेरिएंट की तीन विशेषताएं दिखीं, जिसने इसे पहले वेरिएंट की तुलना में ज्यादा प्रासंगिक बना दिया। भारत में दूसरी कोविड लहर के बाद सरकार ने एक और घातक वेरिएंट की उपस्थिति की घोषणा की, जिसे डेल्टा प्लस वेरिएंट के रूप में जाना गया। भारत के अलावा यूएस, यूके , पुर्तगाल, स्विटजरलैंड, जापान, पोलैंड, नेपाल, चीन और रूस में इस वेरिएंट का पता चला था।

​कप्पा वेरिएंट

SARs-COV-2 वायरस के कप्पा वेरिएंट का भारत में दिसंबर 2020 में पता चला था। इसे वायरस के डबल म्यूटेंट स्ट्रेन के रूप में जाना गया। कोरोना वायरस की दूसरी लहर के प्रकोप से लोग बच नहीं पाए थे कि डेल्टा प्लस के बाद कप्पा वेरिएंट ने दस्तक दे दी। 

​B.1.617.3 वेरिएंट

इसे साल 2020 अक्टूबर में पहचाना गया था, जिसे डबल म्यूटेशन वेरिएंट कहा गया। हालांकि अब तक किसी भी हेल्थ ऑथीरिटीज ने इसे लेकर चिंता नहीं जताई है। B.1.617.3 डेल्टा वेरिएंट B.1.617.2 का एक हिस्सा है, जिसे भारत में कोरोनावायरस की दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है। 

​ओमिक्रॉन वेरिएंट

हालांकि इस नए वेरिएंट को अब तक हल्का कहा जा रहा है, लेकिन तेजी से फैल रहे संक्रमण ने दुनियाभर के वैज्ञानिकों की चिंता बढ़ा दी है। ओमिक्रोन वेरिएंट का पहला मामला साउथ अफ्रीका में सामने आया था। डब्लसूउचओ ने इसे लेकर चिंता जताई है। वर्तमान में ओमिक्रॉन ने भारत सहित कई देशों को बुरी तरह से प्रभावित किया हुआ है। कहने को ओमिक्रॉन वेरिएंट के ज्यादातर मामले हल्के रहे हैं, लेकिन हाल ही के दिनों में मौत की खबरें भी सामने आई हैं। ग्‍लोबल हेल्थ एजेंसी ने इस बात पर जोर दिया है कि आने वाले दिनों में यह बहुत ज्यादा जोखिम पैदा कर सकता है। 

​IHU वेरिएंट
ऐसा कहा जाता है कि इसमें 46 म्यूटेशन होते हैं, जो ओमिक्रॉन में म्यूटेशन से भी ज्यादा हैं। अब तक मार्सिले के पास इस नए वेरिएंट के कम से कम 12 मामले सामने आ चुके हैं। इस वेरिएंट को अफ्रीकी देश कैमरून की यात्रा से जोड़कर देखा जा रहा है। यह देखते हुए कि वायरस म्यूटेट होते हैं, आने वाले समय में इसके नए रूप सामने आएंगे। ओमिक्रॉन वेरिएंट के साथ फ्रांस में एक कोविड-19 वेरिएंट का पता चला था , जिसे IHU वेरिएंट के नाम से जाना जाता है। 

​B.11.318 वेरिएंट
भारत ने अब तक इस नए वेरिएंट के दो जीनोम सिक्वेंस की सूचना दी है। कोविड के कप्पा वेरिएंट की तरह ही B.11.318 वेरिएंट E 484के म्यूटेशन में शामिल है।  इसके लक्षणों में बुखार, खांसी, थकान, गंध और स्वाद में कमी शामिल है। SARs-COV-2 संक्रमण से जुड़े गंभीर लक्षण में सांस की तकलीफ, सीने में दर्द, ब्लड में ऑक्सीजन लेवल कम होना और सांस लेने में कठिनाई शामिल हैं। जहां तक कोविड-19 के लक्षणों का सवाल हैं, नए रूपों में उभरने के बावजूद यह ज्यादातर मामलों में एक जैसा रहता है।