×

कच्चे दूध (Raw Milk) को अपनी डाइट में शामिल करना आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक; जानिए इसके साइड इफेक्ट्स

 

लाइफस्टाइल न्यूज़ डेस्क !!!  हमारी सेहत के लिए दूध एक जरूरी फूड में से एक है। रोजाना एक गिलास दूध हमारे शरीर में प्रोटीन और कैल्शियम की जरूरतों को पूरा करता है और हड्डियों को मजबूत करने के साथ साथ विकास में मदद करता है। दूध में कई पोषक तत्व और एंजाइम होते हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। आमतौर पर तो लोग दूध को उबालकर पीते हैं लेकिन कई लोग ऐसे हैं जो कच्चा दूध पीना पसंद करते हैं।

 यह भी धारणा है कि कच्चा दूध सेहत के लिए काफी फायदेमंद है लेकिन नए शोधों में यह पाया गया है कि कच्चा दूध के सेवन से शरीर में कई समस्‍याएं हो सकती हैं। संशोधन के मुताबिक, किसी भी जानवर के दूध में सैल्‍मोनेला, ई कोली, लिस्‍टेरिया जैसे हानिकारक बैक्‍टीरिया मौजूद होते हैं जिन्‍हें बिना उबाले पिया जाए तो फूड प्वाइजनिंग की शिकायत हो सकती है। तो आइए जानते हैं कि कच्चा दूध पीने के क्‍या क्‍या नुकसान हो सकते हैं - 

१.  कच्‍चा दूध जब निकाला जाता है तो यह दूध पशु के थन या कई बार जानवरों के मल के संपर्क में आ जाता है। जिस वजह से दूध दूषित होने की संभावना बढ़ जाती है। 

२. इसके सेवन से मतली आना, उल्‍टी या डायरिया आदि होने की संभावना बहुत अधिक होती है। 

३. कच्चे दूध में कई ऐसे बैक्टीरिया भी होते हैं जो टीबी के साथ-साथ कई जानलेवा बीमारी का संक्रमण कर सकते है।  

४. शरीर के लिए जरूरी है कि एसिड लेवल कंट्रोल में रहे लेकिन जब लोग कच्चा दूध पीते हैं तो यह कंट्रोल में नहीं होता और शरीर में एसिडिटी की मात्रा बढ़ जाती है। 

५. कच्चे दूध में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं जिसकी वजह से हवा के संपर्क में आते ही इसमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं. यही वजह हैं कच्‍चा दूध जल्‍दी खराब भी हो जाता है।  

६. कच्चे दूध में कई ऐसे बैक्टीरिया होते हैं जो हमारे शरीर में पहुंचकर रिएक्टिव आर्थराइटिस से लेकर डायरिया, डिहाइड्रेशन, गुलियन-बैरे सिंड्रोम और हीमोलिटिक यूरेमिक सिंड्रोम जैसी गंभीर बीमारियों को पैदा कर सकते हैं। 
न्यूज़ हेल्पलाइन