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 कोई दवा नहीं, यहां रामचरित मानस की चौपाइयों से इलाज, Meerut में ऐसे कामयाब हुआ अनोखा प्रयोग

 

 लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। आज के समय में तनाव और चिंता की समस्या किसे नहीं होती है! डिप्रेशन से उबरने के लिए कई तरह की काउंसलिंग और मनोवैज्ञानिक इलाज उपलब्ध है, लेकिन मेरठ जिला अस्पताल में स्थापित माइंड रूम ऐसी समस्याओं वाले मरीजों का अनोखे तरीके से इलाज करता है. यहां रोगियों के मन के सभी दुखों और पीड़ाओं को दूर करने के लिए रामचरित मानस का सहारा लिया जाता है।

लोकल से खास बातचीत में डॉ. विभा नगर, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, जिला मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ, जिला अस्पताल, मेरठ ने बताया कि कक्ष वर्ष 2018 में शुरू किया गया था. तब से वह रामचरित मानस ढोर के माध्यम से मरीजों की समस्याओं का समाधान कर रही हैं। उन्होंने इस थेरेपी के बारे में कहा कि काउंसलिंग के दौरान पता चलता है कि मरीजों के मन में क्या चल रहा है. तनाव या अवसाद के सभी कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जाता है। समस्याओं को जानने के बाद रामचरितमानस के किस अध्याय में उसका समाधान है। इसकी जानकारी मरीजों को है।

ग्रंथों में कई समस्याओं का समाधान


जानकारों का कहना है कि भारतीय पौराणिक ग्रंथों में कई समस्याओं के समाधान लिखे गए हैं। इससे पहले भी News18 ने वो रिपोर्ट दी थी, जिसमें बताया गया था कि कैसे मेरठ के एक निजी अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर में मरीजों के इलाज से पहले हवन किया जाता है. डॉक्टर ने बताया कि हवन करने से ओटी के विषाणु मुक्त हो जाते हैं।