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10 करोड़ रंगों को पहचान सकती हैं ये महिला, जानिए ऐसा क्या है इस महिला की आंखों में 

 

लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।।  अपनी अद्भुत शक्ति के लिए दुनिया में कई ऐसे लोग हैं जो जाने जाते हैं। ऑस्ट्रेलिया में रहने वाली कॉन्सेटा एंटिको इन्हीं में से एक हैं जिनकी आखें बेहद खास हैं। 10 करोड़ रंगों को यह अपनी अद्भुत आखों से पहचान सकती हैं। कॉन्सेटा ने बताया है कि उनको बचपन में ही इसका असर नजर आने लगा था। हर वस्तु के कई रंग वह कहती हैं कि उन्हें नजर आते थे जिसे वो अपनी पेटिंग में उतार देती थीं। उनको आम इंसान से उनकी आंखें अलग बनाती हैं। 

एक रिसर्च के बाद उनको इस बारे में पता चला। वह अपनी इन खास आंखों से एक आम इंसान से 100 गुना अधिक रंगों की पहचान कर सकती हैं। हालांकि कॉन्सेटा एंटिको को अपनी आंखों की खासियत के बारे में पता नहीं था। दुनिया में सिर्फ एक प्रतिशत लोगों की ऐसी अद्भुत आंखें होती हैं। वह रंगों से बेहद ज्यादा आकर्षित होती हैं। 

दरअसल एक इंसान की आंखों में तीन कोन यानी शंकु होते हैं, लेकिन कॉन्सेटा की आखों में चार कोन हैं। कॉन्सेटा एंटिको का बचपन से ही रंगों की तरफ आकर्षण था। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक रिसर्च के बाद पता चला कि कॉन्सेटा की आंखें टेट्राक्रोमेट हैं। आखों के एक कोन में 10 लाख से अधिक रंगों को पहचानने की क्षमता होती है।

कॉन्सेटा को अपनी खास आखों की वजह से हर वस्तु का असली रंग दिखाई देता है। एक आम इंसान की आखें इतने रंगों को नहीं देख सकती हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक, चार कोन वाली टेट्राक्रोमेट आंखों में इतनी शक्ति होती है कि वह 10 करोड़ रंगों को पहचान सकती हैं। 

इस शोध में पता चला कि ऐसी आखों वाले लोगों की संतानों में कलर ब्लाइंडनेस हो सकता है। इससे थोड़े दिनों पहले एंटिको की बेटी में कलर ब्लाइंडनेस के बारे में जानकारी मिली थी। ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई पूरी होने के बाद कॉन्सेटा एंटिको अमेरिका के सैन डिएगो चली गईं। साल 2012 के बाद वैज्ञानिकों ने टेट्राक्रोमेट आंखों पर रिसर्च किया। इस रिसर्च में कॉन्सेटा एंटिको की खास आखों के बारे में पता चला।  अब कॉन्सेटा एंटिको कलर ब्लाइंडनेस से पीड़ित लोगों की सहायता करती हैं। कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की किंबर्ले जेम्सन ने टेट्राक्रोमेट आंखों को लेकर कहा है कि 15 फीसदी महिलाओं में ऐसे जीन पाए जाते हैं जिनकी वजह से लोगों में टेट्राक्रोमेट आंखें होती हैं।