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53 साल पहले चांद पर जाते समय कभी दिखा था UFO, किए गए हैं इस तस्वीर पर कई दावे 

 

लाइफस्टाइल न्यूज़ डेस्क।। क्या आपने कभी सोचा है कि इस धरती पर हमसे अलग एक और जीवन है, जिसे हम एलियन कहते हैं। यूं तो इस धरती पर एलियंस के बारे में ढेरों जानकारियां और सबूत मौजूद हैं। लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि हमने कभी एलियंस का सामना नहीं किया है। हालांकि, फुटेज, वीडियो और तस्वीरों में यूएफओ के बारे में जानकारी मिल सकती है। यूएफओ का मतलब अज्ञात उड़ने वाली वस्तु है। ये हमेशा रोमांचक लोग रहे हैं। हाल ही में, "द एपोस्टल्स ऑफ़ अपोलो" की लेखिका कैरोल मेर्श ने अपनी पुस्तक 'ए बाइबल ऑन द मून' का एक अद्यतन संस्करण जारी किया है। इस किताब में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। किताब के मुताबिक, अपोलो 11 में सवार बज़ एल्ड्रिन ने मिशन कंट्रोल के साथ अपनी बातचीत के बारे में लिखा था। इसमें एक अजीबोगरीब स्पेसशिप की बात की गई थी।

रिपोर्ट के मुताबिक बज एल्ड्रिन ने अपोलो 11 मिशन के दौरान कुछ अजीब देखा। उन्होंने मिशन कंट्रोलर से रॉकेट की स्थिति के बारे में पूछा। उसने कुछ ऐसा देखा था जिसे करीब से देखा जा सकता था। एल्ड्रिन ने कहा कि अगर वस्तु अपोलो रॉकेट का हिस्सा नहीं थी, तो यह सिर्फ एक यूएफओ होना चाहिए। अपोलो 11 के कमांडर नील आर्मस्ट्रांग के 'ह्यूस्टन, ईगल उतर चुका है' कहने के तुरंत बाद एक अन्य घटना का उल्लेख किया गया है।

गौरतलब है कि साल 2005 में एक चैनल से बातचीत में एल्ड्रिन ने बताया था कि अपोलो 11 मिशन के क्रू ने अंतरिक्ष में अजीबोगरीब चीजें देखी थीं। अपोलो 11 मिशन को वर्ष 1969 में लॉन्च किया गया था। यह पहली बार था जब मनुष्य ने चंद्रमा पर कदम रखा था। हालांकि, एल्ड्रिन और उनके सहयोगियों ने कभी भी एलियंस के बारे में सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा। बस इतना ही कहा गया कि मिशन के दौरान कुछ वस्तुओं की पहचान नहीं की जा सकी।

गौरतलब है कि अमेरिकी सरकार यूएफओ के बारे में जानने के लिए गंभीरता से काम कर रही है। कुछ महीने पहले अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने कहा था कि वह वैज्ञानिकों की एक टीम बनाने जा रही है जो आसमान में हो रही इन घटनाओं की जांच करेगी। इसके बाद नासा ने 16 लोगों की टीम बनाई। यूएपी, जिसे अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग फेनोमेनन भी कहा जाता है, यूएफओ का रीब्रांडेड संस्करण है। रिसर्च के तहत क्लासिफाइड डेटा का इस्तेमाल कर एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जो अगले साल जारी की जाएगी।