×

ऐसा क्यों होता है कि हमेशा पत्नी से लड़ाई में पति ही हारता है, जानिए कारण

 

लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। आजकल के बदलते लाइफस्टाइल में हर किसी को अपने लिए एक सही पार्टनर की तलाश होती है, जिससे वह अपने मन की बातें कर सके, उसके साथ हंस सके, व जो आपस में एक दुसरे का ख्याल रख सके। ऐसे में रिश्तों में अक्सर छोटी-छोटी बातों से शुरू होने वाले विवाद झगड़े का रूप ले लेते हैं। अगर पति-पत्नी के बीच झगड़ा न हो तो ही! ऐसे झगड़ों में एक बात तो तय है कि झगड़े के अंत में बच्चों का पक्ष लेना होता है और अंत में हार माननी पड़ती है। बच्चों के साथ ऐसा क्यों हो रहा है? वह अपने प्रिय के साथ झगड़ा क्यों नहीं जीत पाता?

आइए जानें इसके क्या कारण हैं।

झगड़े में जब लड़कियों के सारे हथियार हटा दिए गए तो अक्सर उनकी आंखों में आंसू आ जाते थे। बहुतों की आंखों में आंसू आ जाते हैं, भले ही वे गुस्से में हों। लेकिन लड़कियों की आंखों में आंसू देखकर लड़के स्वत: ही पक्ष लेने लगते हैं।

कई बच्चे सोचते हैं कि अगर झगड़ा एक पूर्ण संघर्ष में बदल गया, तो मामला बढ़ सकता है, और परिणाम उन दोनों के लिए विनाशकारी हो सकते हैं। कई लोग एक शांत दिमाग और एक मिलनसार रवैये के साथ विवाद से बाहर निकलने का रास्ता खोजना पसंद करते हैं। इसलिए, कई बच्चे झगड़े को बढ़ाए बिना झपकी लेना पसंद करते हैं।

लड़कियां अगर बहस में अपनी बात को और मजबूत करना चाहती हैं तो वे अपने बॉयफ्रेंड की पिछली गलतियों का हिसाब लगाने लगती हैं. इस वजह से कई बार बच्चे बोलना बंद कर देते हैं।

लड़कियां अक्सर अपने दोस्तों से बॉयफ्रेंड की गलती की चर्चा करने लगती हैं। ऐसे में बच्चे कुछ नहीं कह पाते। दोस्तों के साथ इस पर चर्चा भी नहीं कर सकते। ऐसे में कई बार उन्हें चुप रहना पड़ता है।