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राष्ट्रपति भवन की शान है ये चीजें, और भी कई ऐसी बातें जो शायद ही पहले कभी जानते होंगे आप

 

लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। हमारे देश के राष्ट्रपति का घर राष्ट्रपति भवन, जो 'वायसराय हाउस'आजादी से पहले हुआ करता था। मुगल गार्डन के साथ रेजिडेंस स्टाफ और कई अन्य कार्यालय भी 130 हेक्टेयर की इस संपत्ति में शामिल हैं। सिर्फ राजनितिक चीजों के लिए ही राष्ट्रपति भवन नहीं, सैर करने के लिए, लोगों के देखने के लिए भी खोला गया। यात्रा को पहले से बुक करने के लिए सरकार ने वेबसाइट भी बनाई है, यहां के भ्रमण के लिए जिससे आप पहले से बुक कर सकते हैं। आइए राष्ट्रपति भवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातों के बारे में आज हम आपको बताते हैं, जिनके बारे में आपको शायद ही पता होगा।

दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा निवास स्थान है

राष्ट्रपति के निवास के रूप में भी राष्ट्रपति भवन जो जाना जाता है, दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी जगह इटली के रोम में मौजूद क्यूरनल पैलेस के बाद है, जिसमें स्टाफ रूम समेत 300 से ज्यादा कमरे हैं।

निर्माण में 17 साल और 29,000 श्रमिक शामिल थे -

निर्माण में 29,000 से अधिक श्रमिक शामिल थे, जिसमें 70 करोड़ ईंटों और 30 लाख घन फीट पत्थरों का उपयोग किया गया था।राष्ट्रपति भवन को 17 साल की अवधि में पूरा किया गया था।

पैलेस को रायसीना हिल्स पर बनाया गया है -

इन पहाड़ियों का नाम दो गांवों - रायसिनी और मालचा के नाम पर रखा गया है राष्ट्रपति पैलेस को रायसीना हिल्स पर बनाया गया है। जिन्हें भारत के वायसराय के महल के निर्माण के लिए हटा दिया गया था।

उद्यानोत्सव - 100 किस्मों के फूलों की वैरायटी

मुगल गार्डन में फूलों की 100 से अधिक किस्में हैं। हर साल फरवरी के महीने में राष्ट्रपति भवन के पीछे बने मुगल गार्डन को उद्यानोत्सव के त्योहार के दौरान प्रदर्शित किया जाता है।

गिफ्ट हॉल - राष्ट्रपति द्वारा प्राप्त उपहार

इसमें दो चांदी की कुर्सियां भी हैं जिनका उपयोग किंग गेरोगे वी और उनकी रानी द्वारा किया था। राष्ट्रपति भवन में एक गिफ्ट हॉल है जिसमें राष्ट्रपति को मिले सभी उपहार रखे जाते हैं।

बैंक्वेट हॉल

बैंक्वेट हॉल में लाइट सिस्टम भी काफी स्मार्ट तरीके से बनाया गया है। बैंक्वेट हॉल में एक बार में 104 मेहमानों के बैठने की जगह है। पूर्व राष्ट्रपतियों के चित्रों के ऊपर लाइट होने की एक वजह ये भी है कि यह कर्मचारियों के लिए एक संकेत देती है कि कब आपको यहां साफ-सफाई करनी है, कब कक्ष साफ करना है।यहां संगीतकारों के लिए एक गुप्त गैलरी भी बनाई गई है।

दरबार हॉल में बुद्ध की मूर्ति सदियों पुरानी है

जिस स्तर पर इसे बनाया गया है वह इंडिया गेट की ऊंचाई के बराबर है। दरबार हॉल में गौतम बुद्ध की मूर्ति है, जो चौथी शताब्दी की है।

राष्ट्रपति की मोम की मूर्ती

यहां पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी की मोम की प्रतिमा भी रखी हुई है। राष्ट्रपति भवन के मार्बल हॉल में वायसरॉय और ब्रिटिश राजपरिवार के कुछ चित्र और मूर्तियां रखी हुई हैं। इस प्रतिमा को आसनसोल कलाकर ने तैयार किया था।