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Weight Loss: खूब पसीना बहकर भी नहीं घटती कमर की चर्बी तो तेज दौड़ लगाकर करें फैट बर्न, जानें दौड़ने का सही तरीका

 
Weight Loss: खूब पसीना बहकर भी नहीं घटती कमर की चर्बी तो तेज दौड़ लगाकर करें फैट बर्न, जानें दौड़ने का सही तरीका

लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। बहुत से लोगों को यह समस्या होती है कि वे मेहनत करने से पूरे शरीर की चर्बी को जला देते हैं, लेकिन मेहनत करने के बाद भी कमर की चर्बी नहीं जाती है। अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो आपको बता दें कि एक शोध में पाया गया है कि तेज दौड़ने से कई गुना तेजी से फैट बर्निंग कम हो सकती है। दैनिक भास्कर में छपी एक खबर में कहा गया है कि ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन के मुताबिक हाई इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग की मदद से कमर की चर्बी को 29 फीसदी ज्यादा कम किया जा सकता है। खबर के मुताबिक प्रो. मैकमास्टर यूनिवर्सिटी. मार्टिन गिबाला का कहना है कि यदि आप प्रतिदिन 20 मीटर के 8 से 10 रन करते हैं, तो इसे जल्दी कम किया जा सकता है। आपको बता दें कि अगर कमर के पास पाई जाने वाली अतिरिक्त चर्बी को कम नहीं किया गया तो हृदय रोग, मधुमेह और कई तरह के कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की आशंका रहती है।
 
हाई इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग के तहत सही तरीके से दौड़ने के लिए इन 3 बातों का पालन करें

1. वार्म अप आवश्यक

जब भी आप तेज दौड़ने जाएं तो सबसे पहले करीब 10 से 15 मिनट तक वार्मअप करें। आप पहले अपने सभी जोड़ों को घुमाएं और फिर धीरे-धीरे जॉगिंग करें। ऐसा करने से आपको ऐंठन की समस्या नहीं होगी और शरीर तेज दौड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएगा। ऐसा करने से आप चोट से बचेंगे।

कमर की चर्बी नहीं घटती तो तेज दौड़ लगाकर करें फैट बर्न, जानें दौड़ने का सही तरीका

3. जानें दौड़ने का सही तरीका

जब भी आप दौड़ें तो इस बात का ध्यान रखें कि दौड़ते समय आपके पैर पहले जमीन को छुएं। जब सामने वाला पैर सीधे आगे की ओर जाए। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि बाहें तेजी से आगे-पीछे हों। अगर आप इसमें नए हैं तो शुरुआत में ज्यादा जल्दबाजी न करें। प्रत्येक दौड़ के बीच आराम करें और अगली दौड़ की तैयारी करें।

कमर की चर्बी नहीं घटती तो तेज दौड़ लगाकर करें फैट बर्न, जानें दौड़ने का सही तरीका

हृदय गति की भी निगरानी करें

हर बार दौड़ते समय अपनी हृदय गति की निगरानी करें। हृदय गति की गणना करने का एक तरीका है। सबसे पहले, अपनी उम्र को 220 की अधिकतम हृदय गति से घटाएं और उसी हृदय गति को बनाए रखें। उदाहरण के लिए, यदि आप 40 वर्ष के हैं, तो आपकी अधिकतम हृदय गति 180 होगी यदि आप 40 को 220 से घटाते हैं। यानी इस हिसाब से 80% क्षमता यानी हार्ट रेट 160 हार्ट बीट्स से ज्यादा नहीं जानी चाहिए। इसके लिए आप मोबाइल एप या स्मार्ट वॉच की मदद ले सकते हैं।

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