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डोलमा आंटी के मोमोज़' दिल्ली के लाजपत नगर में ' खाते ही मुह में आयेगा पानी 

 
मोमोस

आजकल जैसे हलवाई की दुकान पर समोसा जरूर नजर आएगा, वैसे ही आप किसी मार्केट, बाजार या शॉपिंग सेंटर में जाएंगे तो आपको वहां अपने पसंद की कोई वस्तु न मिले, लेकिन गरमा-गरम मोमोज़ जरूर मिल जाएंगे. इस फास्ट फूड ने अब दिल्ली में अपनी सॉलिड पैठ बना ली है. उसका कारण यह है कि इसे खाने के लिए इंतजार नहीं करना पड़ता. दुकान पर पहुंचिए, ऑर्डर देते ही चटपटी सॉस के साथ मोमोज़ उपलब्ध है. आज हम आपको साउथ दिल्ली की लाजपत नगर सेंट्रल मार्केट में लिए चलते हैं, आंटी की छोटी सी दुकान का पता पूछेंगे, वह आपको समझा देगा. अब मोमोज़ की बात कर लें. इस दुकान पर पनीर, वेज व चिकन मोमोज़ मिलते हैं. पहले तो इस दुकान पर इनके अलावा और भी मोमोज़ मिलते थे, लेकिन कोरोना से उपजे संकट के चलते इन्हें सीमित कर दिया गया है.

मोमोस

जो मोमोज़ चाहिए ऑर्डर कीजिए गरमा-गरमा भाप उड़ाते हुए मोमोज़ आपके सामने पेश हो जाएंगे. पास ही दो डिब्बों में रेड चिली सॉस और गार्लिक सॉस के साथ खाएंगे, तो आनंद की अनुभूति होने लगेगी. पतली परत वाले, अंदर से स्टफिंग से भरे मोमोज़ स्वाद में इतने लुभाते हैं कि खाते हुए मन ही नहीं भरता. पनीर और चिकन मोमोज़ की प्लेट 80 रुपये ही है तो वेज मोमोज़ 60 रुपये प्लेट में मौजूद है. अगर आपको फ्राइड मोमोज खाने का मन है तो वह भी उपलब्ध हे. इस दुकान को डोलमा डोरजी अपनी रिश्तेदार के साथ चलाती हैं. वर्ष 1994 से वह लोगों को मोमोज़ का स्वाद चखवा रही हैं. उनका कहना है कि मोमोज़ बनाने के लिए सफाई का खास ध्यान रखा जाता है. डिमांड के अनुसार मोमोज़ बनते रहते हैं और दुकान पर आते रहते हैं. उनका कहना है कि दिल्ली में मोमोज़ की शुरुआत लाजपत नगर सेंट्रल मार्केट से ही हुई है. आज वहां कई दुकानें मौजूद हैं. लेकिन डोलमा की अलग ही पहचान है. वेज मोमोज़ में ताजा बंदगोभी और गाजर व अन्य माल व मसाले मिलाए जाते हैं. 

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