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क्या आप जानते है सुबह के समय ही सबसे ज्‍यादा क्यों आते हैं हर्ट अटैक?

 
क्या आप जानते है सुबह के समय ही सबसे ज्‍यादा क्यों आते हैं हर्ट अटैक?

लाइफस्टाइल डेस्क, जयपुर।। आजकल के बदलते लाइफस्टाइल के दौर में भागदौड़ भरी जिंदगी के कारण लोग तेजी दिल की बीमारियों का खतरा बढ रहा हैं। बीते कुछ दिनों में बिग बॉस विजेता और बालिका वधु में काम कर चुके एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला का निधन भी हार्ट अटैक के कारण ही हुआ था। एकदम फीट एंड फाइन होने के बावजूद भी वे मौत की चपेट में आ गए। वहीं कई लोगों को इसके लक्षणों का जल्दी पता नहीं चल पाता है। ऐसे में हार्ट अटैक आने का खतरा रहता है। ऐसे में ज्यादातर लोगों को रात या सुबह के समय नींद के दौरान हार्ट अटैक आने का खतरा रहता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर इस दौरान हार्ट अटैक आने के क्या कारण है? तो आइए जानते हैं इसके बारे में...

सुबह के समय हार्ट अटैक आने का खतरा अधिक
बता दें, जब शरीर में कोरोनरी धमनी में रूकावटें आने लगी। दिल में पूरी तरह से खून व ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। इसके कारण दिल की मांसपेशियों का एक हिस्सा काम करना बंद हो जाता है। ऐसे में हार्ट अटैक आने का खतरा रहता है। रिसर्च के मुताबिक सुबह के 6 बजे हार्ट अटैक आने का खतरा अधिक होता है। इसके अलावा सुबह 6 बजे से दोपहर तक दिल का दौरा पड़ने से व्यक्ति को ज्यादा नुकसान पहुंचता है। हम ऐसा कह सकते हैं कि इस दौरान मरीज की जान जाने का खतरा अधिक रहता है। 

इसलिए ​सुबह हार्ट अटैक आना होता है खतरनाक
रिसर्च के मुताबिक सुबह 6 बजे से लेकर दोपहर तक डेड मसल सेल 20 प्रतिशत तक अधिक होते हैं। इस समय रक्त के थक्कों को बनने की क्षमता कम होती है। इसके कारण खून की धमनिका संकुचित होने लगती है। यह व्यक्ति के नींद से जागने पर अधिक प्रभावी हो जाता है। इसके अलावा हर व्यक्ति का बॉडी क्लॉक होता है, जो शरीर में कार्डियोवास्कुलर वर्जीक्यूलर प्रक्रियाओं पर असर डालता है। 

क्या आप जानते है सुबह के समय ही सबसे ज्‍यादा क्यों आते हैं हर्ट अटैक?

सर्कैडियन रिदम और स्वास्थ्य में कनेक्शन
ऐसे में एक अध्ययन से पता चला है कि, सर्कैडियन प्रणाली शरीर में थकान, कमजोरी, दिनभर जागने, हमारी भावनाओं आदि शरीर की सभी कोशिकाओं द्वारा नियंत्रित होती है।

​सुबह के समय क्यों आते हैं सबसे ज्‍यादा हार्ट अटैक
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, भले ही कोई इंसान सही वातावरण में रहे, अच्छी डाइट लें। सर्कैडियन सिस्टम बहुत से साइकोलॉजिकल पैरामीटर को रैगुलेट करने में सक्षम होती है। यह व्यक्ति को इस सुबह के समय अधिक संवेदनशील बना सकती है। इसके कारण इस दौरान शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ने से हार्ट अटैक आने का खतरा रहता है। सुबह के समय हार्ट अटैक या स्ट्रोक आने का कारण सर्कैडियन रिदम होता है। मगर फिर ऐसे पैरामीटर होते हैं जो 24 घंटे के बीच घूम सकते हैं। इसलिए इस समय ज्यादा हार्ट अटैक आने का खतरा अधिक रहता है। एक रिसर्च में भी पाया कि सुबह करीह 6:30 बजे सर्कैडियन सिस्टम PAI-1 सेल्स को अधिक मात्रा में रिलीज करता है, ये खून के थक्कों को तोड़ने में मदद करता है। ऐसे में PAI -1 सेल्स रक्त में अधिक होने की स्थिति में हार्ट अटैक का खतरा कहीं गुणा बढ़ जाता है।

​हार्ट अटैक के खतरे को कैसे कम करें
. भरपूर नींद लें
. तनाव लेने से बचें
. शराब, धूम्रपान, कैफीन युक्त पदार्थों आदि का सेवन ना करे
. ताजे फल, सब्जियां, दूध, सूखे मेवे, ओट्स, दालें खाएं
. योगा व एक्सरसाइज करें
. मोटापा कंट्रोल करें

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