Follow us

घर के मंदिर में गलती से भी ना रखें सूखे फूल, नहीं तो परिवार में हो सकती है किसी की भी अकाल मृत्यु

 
घर के मंदिर में गलती से भी ना रखें सूखे फूल, नहीं तो परिवार में हो सकती है किसी की भी अकाल मृत्यु

लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। मंदिर घर का सबसे पवित्र हिस्सा होता है, जहां लोग न सिर्फ पूजा करते हैं, बल्कि उसे कुछ न कुछ चीजों से सजाते भी हैं, इससे मंदिर की खूबसूरती और भी बढ़ जाती है। लेकिन कुछ चीजें ऐसी भी हैं जिन्हें मंदिर में रखना शुभ नहीं होता है। वास्तु शास्त्र के नियमों पर गौर करें तो आपको पता चलेगा कि घर के प्रत्येक हिस्से के विशेष संकेत होते हैं। किस दिशा में क्या रखें और क्या नहीं। अक्सर लोगों को इसके बारे में कम जानकारी होती है जिसके कारण वे घर में कई गलतियां कर बैठते हैं जिससे काम में कमी और गरीबी आ जाती है। आइए जानते हैं इसके बारे में...

पूजा की सामग्री

अक्सर लोग पूजा सामग्री हमेशा मंदिर के अंदर ही छोड़ देते हैं, जो कि वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार गलत है। कोशिश करें कि पूजा के लिए जितनी सामग्री जरूरी हो उतनी ही लें। उसके बाद यदि कोई सामग्री बच जाए तो उसे मंदिर में नहीं रखना चाहिए बल्कि रसोई घर में प्रयोग करना चाहिए या जल में प्रवाहित कर देना चाहिए।

घर के मंदिर में गलती से भी ना रखें सूखे फूल, नहीं तो परिवार में हो सकती है किसी की भी अकाल मृत्यु

पूजा के फूल

पूजा में चढ़ाए गए फूल को कभी भी मंदिर में नहीं रखना चाहिए। बेहतर होगा कि इसे जल में प्रवाहित कर दें क्योंकि अक्सर मंदिर में रखे फूल सूख जाते हैं। इन सूखे फूलों को मंदिर के कोने में रखने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है और सूखे फूल रखने से दरिद्रता, अकाल मृत्यु, मंगल दोष, विवाह में विघ्न और देरी जैसी समस्याएं होती हैं।

मूर्तियों

पूजा स्थलों में मूर्तियों की स्थापना नहीं करनी चाहिए। वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार ऐसा करना गृहस्थ के लिए शुभ नहीं होता है। आप चाहें तो घर के मंदिर में भगवान की तस्वीर या भगवान की बहुत छोटी मूर्ति भी रख सकते हैं। साथ ही मंदिर में भगवान की एक से ज्यादा तस्वीर या मूर्ति भी न रखें।

घर के मंदिर में गलती से भी ना रखें सूखे फूल, नहीं तो परिवार में हो सकती है किसी की भी अकाल मृत्यु

पैतृक चित्र

यह भी देखा गया है कि कई लोगों के घरों में लोग अपने पूर्वजों की तस्वीरें मंदिरों में लगाते हैं। हालांकि वास्तु शास्त्र इसे गलत मानता है। घर के मंदिर में कभी भी पूर्वजों की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए, बल्कि घर की दक्षिण दीवार पर लगानी चाहिए। इससे आपके पितर भी प्रसन्न होते हैं और मंदिर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।

शंख
घर के मंदिर में कभी भी एक से अधिक शंख न रखें और शंख की नियमित सफाई पर विशेष ध्यान दें। शंख को भगवान विष्णु का रूप माना जाता है, इसलिए इसे हर दिन बदलने की सलाह नहीं दी जाती है। इसके अलावा कई लोग अपने किचन में खाली जगह में भी मंदिर का निर्माण करवाते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार भी इसे उचित नहीं माना जाता है।

घर के मंदिर में गलती से भी ना रखें सूखे फूल, नहीं तो परिवार में हो सकती है किसी की भी अकाल मृत्यु

शिवलिंग

आपने अक्सर मंदिरों में शिवलिंग देखे होंगे, कई लोग अपने घर के मंदिरों में भी शिवलिंग रखते हैं। हालांकि शास्त्र और वास्तुशास्त्र में इसके नियम बताए गए हैं, जिनका पालन करना चाहिए। अगर आप अपने घर के मंदिर में शिवलिंग स्थापित करना चाहते हैं तो इस बात का विशेष ध्यान रखें कि यह आपके अंगूठे के आकार से बड़ा न हो।

शिवलिंग की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें क्योंकि इसे भगवान शिव का रूप माना जाता है। इसके अलावा अगर आप बड़ा शिवलिंग घर में रखना चाहते हैं तो बेहतर होगा कि इसे मंदिर के बजाय घर के बाहर किसी बर्तन में स्थापित करें।

From around the web