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105 साल के बाबा ने 7 फीट के गड्ढे में मोक्ष प्राप्ति की चाह में ली समाधि, खुश होकर लोगों ने बांटी मिठाई, फिर हुआ ऐसा

 
105 साल के बाबा ने 7 फीट के गड्ढे में मोक्ष प्राप्ति की चाह में ली समाधि, खुश होकर लोगों ने बांटी मिठाई, फिर हुआ ऐसा

लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।।  भारत में सारी दुनिया के मुकाबले सबसे ज्यादा अंधविश्वास देखा जाता है। यहां अं​धविश्वास की बातें बहुत पहले से सुनी और बताई जाती है। यहां कई स्थानों पर लोगों का आस्था के नाम पर अंधविश्वास और अंधभक्ति भी देखने को मिलती है. और इसके चलते लोग अपनी आपसी सोच को खो देते हैं। लोग अंधविश्वास के जाल में फंसकर किसी भी हद तक गुजरने के लिए तैयार रहते हैं. हाल ही में मध्यप्रदेश के मुरैना जिले से एक ऐसा ही अंधविश्वास से जुड़ा मामला सामने आया है. जहां बूढे बाबा मोक्ष प्राप्ति की चाहत में समाधि लेने वाले थे लेकिन अब वे अस्पताल में भर्ती है. चलिए जानते है कि आखिर क्या है पूरा मामला.

बता दें कि, यह मामला मुरैना जिले के कैथोदा पंचायत के तुस्सीपुरा गांव से जुड़ा है. यह घटना बाबा दुर्गादास आश्रम के हनुमानजी और माता काली के मंदिर में पूजा पाठ करने वाले राम सिंह बाबा उर्फ पप्पड़ बाबा की है. यहां स्थानिय लोगों द्वारा बताया गया कि उनकी उम्र 105 साल है और वे गड्ढे में लेटकर समाधि लेने वाले थे हालांकि वे इस काम में सफ़ल नहीं हो सके और आखिर में इस मामले में पुलिस को भी बिच में पडना पड़ा. इसके आगे बता दें कि,  कुछ दिनों पहले बाबा ने एक स्वप्न देखा कि अगर वे मोक्ष पाना चाहता हैं तो समाधि ले लें. बाबा गांव में अपने भरे-पूरे परिवार के साथ रहते हैं. इसके बाद बाबा ने मोक्ष प्राप्ति की चाहत में भू-समाधि लेना ठीक समझा. बाबा गड्ढे में लेट भी चुके थे समाधि की तैयारियां हो चुकी थीं लेकिन तब ही पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला और बाबा से ऐसा न करने के लिए समझाया.

105 साल के बाबा ने 7 फीट के गड्ढे में मोक्ष प्राप्ति की चाह में ली समाधि, खुश होकर लोगों ने बांटी मिठाई, फिर हुआ ऐसा

आस-पास के गांव के लोगों के बीच भी यह ख़बर फ़ैल गई कि बाबा समाधि ले रहे हैं तो भारी संख्या में लोग उनके दर्शन के लिए पहुंचे. इस दौरान लोगों ने बाबा को प्रसाद आदि भेंट किया और मिठाई भी बांटी. साथ ही कई लोगों ने चढ़ावे में रुपये भी चढ़ाए. रामसिंह बाबा उर्फ पप्पड़ बाबा ने समाधि के लिए नवरात्रि के पहले दिन का चयन किया और समाधि के लिए करीब 7 फुट गहरा गड्ढा खुदवाया. 

इसी बीच सिविल लाइन थाना की पुलिस तुस्सीपुरा गांव पहुंची. पुलिस ने बाबा को भू-समाधि न लेने के लिए कहा और बाबा एके हाथ जोड़ते हुए आग्रहपूर्वक उनसे बाहर आने के लिए कहा.  दोपहर दो से पांच बजे के बीच समाधि लेने का समय तय हुआ और तय समय के बीच बाबा गड्ढे में उतर गए. लेकिन करीब दो घंटे तक गड्ढे में लेटे रहने के कारण उनकी तबीयत बिगड़ने लगी. इसके बाद पुलिस के कहने पर बाबा बाहर आ गये जहां से उन्हे इलाज के लिए हास्पीटल ले जाया गया।

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