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अमेरिका ने इस जगह दुनिया से छूपाकर रखी है एलिएन की लाश, आज भी जारी है रिसर्च

 
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लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। 'एलियंस' एक ऐसा शब्द है जो किसी दूसरे ग्रह पर किसी भी जीवित चीज की तस्वीर की तरह लगता है। हालांकि, आज तक कोई नहीं जानता कि किसी दूसरे ग्रह से एलियंस के पृथ्वी पर आने के बारे में सच्चाई क्या है, लेकिन समय-समय पर आसमान से आने वाले रहस्यमय उड़न तश्तरियों की कहानियां जरूर सुनी और पढ़ी जाती हैं। आज हम आपको दुनिया की एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहां कहा जाता है कि एलियंस आए दिन रिसर्च करते हैं। इतना ही नहीं इस जगह के बारे में कहा जाता है कि यहां एक एलियन की लाश भी रखी हुई है, जिस पर वैज्ञानिक शोध कर रहे हैं।

यह जगह अमेरिका में है और एरिया-51 के नाम से जानी जाती है। वास्तव में, एरिया 51 लास वेगास से केवल 83 मील की दूरी पर है, या लगभग 200 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में, अमेरिकी राज्य नेवादा के दक्षिणी भाग में है। यह आमतौर पर विमान और हथियारों के परीक्षण के लिए उपयोग किया जाने वाला एक एयरबेस है। पूछा जाए तो यह जासूसी हथियारों की प्रयोगशाला है। इसे 1955 में अमेरिकी वायु सेना द्वारा अधिग्रहित किया गया था। हालाँकि CIA ने हमेशा इस साइट के अस्तित्व से इनकार किया है।

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दुनिया का ऐसा आधार कभी नहीं होना चाहिए था। लेकिन अक्सर एरिया 51 से रिसर्च से जुड़ी गोपनीय और संवेदनशील जानकारियां सामने आ रही हैं। कहा जाता है कि बेस का इस्तेमाल दुर्घटनाग्रस्त विदेशी विमानों के भंडारण, परीक्षण और मरम्मत के लिए किया जाता है। 1950 की रोज़वेल दुर्घटना की सामग्री भी यहाँ रखी गई है। बता दें कि रोसवेल की घटना न्यू मैक्सिको के रोसवेल के पास एक फार्म पर हुई है। कहा जाता था कि यह अमेरिकी वायु सेना का एक बड़ा गुब्बारा था, लेकिन तब कुछ लोगों ने दावा किया कि यह गुब्बारा नहीं बल्कि उड़न तश्तरी है और अमेरिका ने इस सच्चाई को छुपाया।

बताया जा रहा है कि अमेरिकी वायुसेना ने घटनास्थल पर सुरक्षा कड़ी कर दी है। उन्होंने इस जगह और इसके आसपास आने वालों के लिए कड़ी चेतावनी जारी की है। बता दें कि 1950 के दशक में यहां एक U-2 जासूसी विमान का परीक्षण किया गया था। इसके बाद बी-2 स्टील्थ बॉम्बर का भी परीक्षण किया गया। कुछ दस्तावेजों में कहा गया है कि यह आर्मी एयर कॉर्प्स के पायलटों के लिए अपने हवाई तोपखाने का अभ्यास करने का स्थान है। एरिया 51 एयरबेस में करीब 1,500 कर्मचारियों के होने का संदेह है।

बताया जाता है कि इन सभी को लास वेगास से लाया गया था। अमेरिकी खोजी पत्रकार ऐनी जैकबसन ने एक बार बीबीसी को बताया था कि एरिया 51 एक परीक्षण और प्रशिक्षण मैदान था। पहले यहां जासूसी विमानों का परीक्षण किया जाता था, लेकिन अब खतरनाक ड्रोन का परीक्षण किया जा रहा है। इस एयरबेस को बेहद गोपनीय रखा गया है, जिसने कई अफवाहों को जन्म दिया है। इसे रोसवेल घटना के साथ भी देखा जाता है। बता दें कि दुनिया में एलियंस का अस्तित्व रोसवेल घटना से जुड़ा है। दरअसल, जुलाई 1947 में एक चरवाहे को रहस्यमयी मलबा मिला था।

इसके बाद वहां कुछ सिपाही आ गए। तभी न्यू मैक्सिको सिटी में एक उड़न तश्तरी गिरने की खबर आई। लेकिन कुछ ही दिनों में, संयुक्त राज्य अमेरिका ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह उड़न तश्तरी नहीं बल्कि अमेरिकी वायु सेना का गुब्बारा था। 1989 में, रॉबर्ट लेजर नाम के एक व्यक्ति ने एरिया 51 में एलियन टेक्नोलॉजी पर काम करने का दावा किया। उन्होंने मृत एलियंस की तस्वीरें देखने का भी दावा किया और कहा कि वैज्ञानिक एलियंस के शरीर पर शोध कर रहे थे।

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