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क्या आपको पता है इस नदी में बहता है उबलता पानी, जिसने भी की इसमें उतरने की गलती मौत करती है उसका स्वागत

 
क्या आपको पता है इस नदी में बहता है उबलता पानी, जिसने भी की इसमें उतरने की गलती मौत करती है उसका स्वागत

लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। जिनके बारे में इंसान आज तक नहीं जान पाया इस दुनिया में ऐसे लाखों रहस्य हैं. एक ऐसे ही रहस्य के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं. एक नदी से ये रहस्य जुड़ा हुआ है जिसका पानी हमेशा गर्म रहता है. दरअसल, हम बात कर रहे हैं द बॉयलिंग रिवर के बारे में. जिसका पानी हमेशा खौलता रहता है. यही नहीं नदी का पानी इतना गर्म होता है कि अगर इसमें कोई गलती से भी गिर जाए तो उसकी मौत निश्चित है. वैज्ञानिक भी इस नदी के रहस्यों को सुलझा नहीं पाए. यह रहस्यमयी नदी अपने आप में कई रहस्य छुपाई हुई है.

यह नदी साउथ अमेरिका के पेरू में मौजूद है जो 24 घंटे उबलती रहती है. यह नदी करीब 7 किलोमीटर लंबी है. एक पॉइंट तक ये नदी 80 फीट तक चौड़ी हो जाती है तो एक जगह इसकी गहराई 16 फीट तक है. बता दें कि इस नदी के अनसुलझे रहस्यों को सुलझाने के लिए वैज्ञानिकों का शोध अभी भी जारी है. बावजूद इसके इस नदी का पानी हमेशा खौलता रहता है. ये प्राकृतिक रूप से गर्म नदी है इसलिए वैज्ञानिक इसे दुनिया की सबसे बड़ी थर्मल नदी मानते हैं. ऐसा माना जा रहा है कि जल्द ही वैज्ञानिक 'द बॉयलिंग रिवर' के रहस्य को सुलझा लेंगे कि आखिर इस नदी का पानी खौलता हुआ क्यों है. सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये है कि इस नदी के आसपास कोई ज्वालामुखी भी नहीं है. 

क्या आपको पता है इस नदी में बहता है उबलता पानी, जिसने भी की इसमें उतरने की गलती मौत करती है उसका स्वागत

पेरू दक्षिण अमेरिका महाद्वीप का एक देश है. अगर अमेजन फॉरेस्ट की बात करें, तो पेरू में इसका 13 फीसदी हिस्सा आता है. इसी में 'द बॉयलिंग रिवर' स्थित है. टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेजन के जंगलों के बीच इस नदी में सॉल्ट रिवर और हॉट रिवर नाम की दो नदियां मिलती हैं. बता दें कि इस नदी की खोज भूवैज्ञानिक आंद्रे रूजो ने साल 2011 में की थी. जो लंबाई में बॉइलिंग रिवर से काफी छोटी हैं. नास डेली नामक यूट्यूब चैनल के अनुसार इस पानी का तापमान 90 डिग्री सेंटीग्रेड से भी ज्यादा पहुंच जाता है. अमेजन फॉरेस्ट का एक हिस्सा पेरू से लगा हुआ है, इसी पेरू में यह रहस्यमय नदी यानी 'द बॉयलिंग रिवर' स्थित है. 

धरती की गर्मी से पानी गर्म होकर बाहर निकलता है और हॉट स्प्रिंग बनाता है. नदी के आसपास के इलाकों में कई जनजातियां रहती हैं जो सालों से इस नदी को पवित्र मानती हैं. उनके अनुसार नदी के पानी में चोट और घाव भर देने की शक्ति है. इसलिए पानी से लोगों का उपचार भी होता है. जैसे-जैसे नदी आगे बढ़ती है, वैसे-वैसे ठंडी होती जाती है. हैरान करने वाली बात ये भी है कि खौलते पानी के कारण इसमें जो भी जानवर गिरता है उसकी मौत हो जाती है. इंसानों के लिए भी इसमें चलना मुश्किल है क्योंकि गर्म पानी से पैर में छाले पड़ जाते हैं. वैज्ञानिकों के मुताबिक, ये पानी हॉट स्प्रिंग है. 

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