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बात-बात पर रोने वालों का नहीं निकलता पेट, तनाव से भी दूर रहता है इंसान

 
बात-बात पर रोने वालों का नहीं निकलता पेट, तनाव से भी दूर रहता है इंसान

लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। हम अक्सर किसी ऐसे व्यक्ति को कमजोर समझते हैं जो हर मुद्दे पर रोता है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि हर बात पर रोना गलत नहीं है। ऐसा करने से सेहत अच्छी रहती है। एक शोध के अनुसार रोने से हमारे शरीर का वजन कम होता है। रिसर्च में यह बात सामने आई है।

रोने से डिप्रेशन कम होता है

बात-बात पर रोने वालों का नहीं निकलता पेट, तनाव से भी दूर रहता है इंसान

शोध से पता चला है कि रोने से मोटापा कम होता है। शोधकर्ता ने कहा कि रोने से हमारा डिप्रेशन भी कम होता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि इमोशनल होने से हमारा कोर्टिसोल लेवल बढ़ जाता है। जब भी हम भावुक होते हैं और आंसू बहाते हैं तो इसकी वजह से हमारे शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है। यह हमारे शरीर का वजन कम करता है।

जहरीले पदार्थ निकलते हैं

'आशियावन' में प्रकाशित शोध में कहा गया है कि रोने से आपके शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। बायोकेमिस्ट विलियम फ्राई ने इस सिद्धांत का समर्थन किया है। इस शोध में सबसे अहम दावा यह है कि रात 7 से 10 बजे के बीच रोने से शरीर का वजन काफी कम हो जाता है। वजन घटाने के लिए रोने का यह सबसे अच्छा समय है।

बात-बात पर रोने वालों का नहीं निकलता पेट, तनाव से भी दूर रहता है इंसान

सही भावना होनी चाहिए

शोध से पता चला है कि जब हम अपनी आंखों से आंसू बहाते हैं तो हमारा शरीर फैट को स्टोर नहीं कर पाता है। क्‍योंकि ऐसी स्थिति में हमारे शरीर में जो भी तनाव उत्‍पन्‍न करने वाले हार्मोन होते हैं, वे बाहर निकल जाते हैं। हालांकि अगर आप बेवजह रोते हैं तो इससे आपके शरीर का वजन कम नहीं होता है। इसके बजाय वजन कम करने के लिए रोते समय एक सच्ची भावना होनी चाहिए। यदि आपकी भावनाएँ सच्ची नहीं हैं, तो आपका वजन बिल्कुल भी कम नहीं होगा।

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