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ये है दुनिया का सबसे रहस्यमयी गांव जहां रहता है सिर्फ एक ही आदमी, जानिए क्या है इसके पीछे की वजह

 
ये है दुनिया का सबसे रहस्यमयी गांव जहां रहता है सिर्फ एक ही आदमी, जानिए क्या है इसके पीछे की वजह

लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। घर पर जब भी हम अकेले होते हैं तो अक्सर देखा जाता हैं कि बोरियत होने लग जाती हैं और घर से बाहर हम घूमने के लिए निकल पड़ते हैं. आप घर से बाहर घूमने के लिए निकले हैं लेकिन जरा सोचिए कि आपको आपके इलाके में कोई ना दिखाई दे तो आपको कैसा महसूस होगा. जहां जिंदगी दौड़ती-भागती शहरों की होती है, तो इससे बिल्कुल अलग वहीं गांव की जिंदगी होती है. हालांकि, लोगों को गांवों से आज के दौर में शहरों की तरफ पलायन जारी है. लेकिन एक ऐसे गांव के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं जहां आज महज एक अकेला इंसान रहता है.

रूस की सीमा पर बसे हम बात कर रहे हैं डोबरुसा गांव में, बताया जाता है कि इस गांव के सभी लोग सोवियत संघ के टूटने के बाद से आस-पास के शहर और बसने के लिए किसी अन्य जगहों पर चले गए. वहीं, कुछ लोगों का निधन हो गया. इसके बाद यहां तीन लोग इस साल के शुरुआत में बच गए थे, जिसमें से जेना और लिडा एक दंपत्ति की बीते फरवरी में हत्या हो गई. सिर्फ एक व्यक्ति गरीसा मुनटेन इसके बाद इस गांव में बचा है.

ऐसे दूर करते हैं अपना अकेलापन
भले ही गरीसा मुनटेन के साथ कोई नहीं रहता है, लेकिन ये गांव में अकेले नहीं हैं. इनके साथ बहुत से जीव रहते हैं.आज से करीब तीन दशक पहले इस गांव में तकरीबन 200 लोग रहते थे, लेकिन आज के समय में इस गांव में महज एक व्यक्ति रहता है.  गरीसा 5 कुत्ते, 9 टर्की पक्षी, 2 बिल्लियां, 42 मुर्गियां, 120 बत्तखें, 50 कबूतर और कई हजार मधुमक्खियां के साथ अपना जीवन बिता रहे हैं.

ये है दुनिया का सबसे रहस्यमयी गांव जहां रहता है सिर्फ एक ही आदमी, जानिए क्या है इसके पीछे की वजह

गरीसा इस बात को मानते हैं कि अकेले रहने के वजह से कई तरह की परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है. गरीसा मुनटेन ने इस बारे में बताया, “उनके गांव के करीब 50 घर थे, लेकिन अब अधिकतर लोग सोवियत संघ के टूटने के बाद नजदीकी शहर मालडोवा, रुस या फिर यूरोप में जाकर बस चुके हैं.

65 वर्षीय गरीसा मुनटेन के मुताबिक, “पहले गांव के दूसरे छोर पर जेना और लिडा लोजिंस्की रहते थे और वह अक्सर उनसे फोन पर या मिलकर बातें करते रहते थे, लेकिन अब उनकी मौत के बाद वह यहां बिल्कुल अकेले हो गए हैं. मुनटेन ने अपना अकेलापन दूर करने के लिए ये अनोखा तरीका अपनाया. मुनटेन बताते हैं, खेतों में काम करने के दौरान वह पेड़ों से, पक्षियों से, जानवरों से ही बातें करते रहते हैं. गरीसा बताते हैं कि, “उनसे बात करने के लिए यहां कोई नहीं है.

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