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क्या आप जानते है भारत की इन Unique Places के Unsolved Mysteries, जिनके आगे Science भी मान चुका है हार

 
क्या आप जानते है भारत की इन Unique Places के Unsolved Mysteries, जिनके आगे Science भी मान चुका है हार

ट्रेवल न्यूज डेस्क।।कई ऐसी जगहें देखने को और कई ऐसे किस्से भारत एक ऐसा राज्य है जिसे घूमने निकलेंगे तो सुनने को मिलेंगे जो आपको हैरान कर देंगे। लेकिन विज्ञान भी कुछ जगहें तो इतनी अजीब हैं कि उनके आगे हार मान चुका है। ऐसी अजीबो-गरीब जगहों के बारे में आइए आपको बताते हैं ।

1. महाराष्ट्र की अजन्ता एलोरा गुफ़ाएँ
अजन्ता में कुल 30 गुफ़ाएँ हैं जिसमें 5 प्रार्थना भवन और 25 विशाल बौद्ध मठ हैं। इसके साथ ही एलोरा गुफ़ाओं में 12 गुफ़ाएँ बौद्ध धर्म, 17 हिन्दू और 5 जैन धर्म पर आधारित हैं। आज से 4,000 साल पहले बनी इन गुफ़ाओं को पहाड़ काटकर बनाया गया है। पूरी की पूरी सभ्यता सिर्फ़ एक पहाड़ से बनी है। कहा जाता है कि इस विशाल चट्टान के नीचे एक शहर भी बसा हुआ है।

ये सवाल आज भी लोगों के दिमाग में है, जिसका जवाब किसी के भी पास नहीं। अब सवाल ये है कि 4,000 साल पहले कौन इस बड़ी सी चट्टान को काट कर गुफ़ाएँ बना गया। वो भी उस वक़्त जब हमारे पास आज की तकनीक के हथियार भी नहीं थे। दूसरा सवाल ये कि जिस पहाड़ को काट कर गुफाएँ बनीं, उसका बचा हुआ हिस्सा किधर गया। 

2. केरल का पद्मनाभास्वामी स्वामी मंदिर
इस मंदिर में कुल 6 दरवाज़े हैं जिनमें से कुछ में निकाले गए आभूषणों की कुल क़ीमत 1 लाख करोड़ से भी ज़्यादा है। जबकि कुछ को आज तक नहीं खोला जा सका है। यह विशाल मंदिर कलियुग से 5,000 साल पहले का बना बताया जाता है। अन्दर भगवान विष्णु अनन्तशय्या की अवस्था में विराजमान हैं।  एक दरवाज़े चेम्बर B को खोलने के लिए बेहद पवित्र और विज्ञ साधु द्वारा ही खोला जा सकता है जो गरुड़ मंत्र का जाप करके नागबंधम और नागपाशम का निवारण जानता हो। इंजीनियरिंग के चमत्कार इस मंदिर में स्थित कुल 5 बड़े आले हैं जिनसे 21 या 22 मार्च और 22 या 23 सितम्बर को सूरज बिल्कुल बीच से निकलता है। क़िस्मत से इन्हीं तारीख़ों को दिन और रात बराबर समय के लिए होते हैं। सवाल यह है कि इस मंदिर में इतने सारे आभूषण कौन रख गया। सवाल यह भी इस दरवाज़े को बन्द किसने किया है और कैसे किया। 

क्या आप जानते है भारत की इन अनोखी जगहों के अनसुलझे रहस्य, जिनके आगे विज्ञान भी मान चुका है हार!

राजस्थान का भानगढ़ क़िला
अपनी कहानियों और भुतहा क़िस्सों के लिए मशहूर भानगढ़ किला 17वीं सदी से ही भूत प्रेतों वाली जगह बताया जाता है। राजस्थान की राजधानी जयपुर से 32 मील दूर किला भारत कहानियों का भी देश है। गूगल कर लीजिए या लोगों के मुँह से सुन लीजिए, 

असम का जतिंगा गाँव
शाम 6 से 9 बजे के बीच में ये पंछी गिरने के कारण मौत का भी शिकार होते हैं। निरीक्षक और वैज्ञानिक आज तक इसका कारण पता नहीं कर पाए। रहस्य चीज़ ऐसी है कि लोग कान लगाकर सुनते हैं। कई बार ये रहस्य आपको दुःख में, अकेला और असहाय छोड़ देते हैं। असम के इस गाँव ने ना जाने कितनी बार पंछियों को आसमान से स्वतः गिरते हुए देखा है। अक्टूबर के आस-पास हर साल जितने पंछी यहाँ उड़ते हैं, सब अकारण गिरने लगते हैं।  असम के जतिंगा गाँव का रहस्य भी कुछ ऐसा है।

उत्तराखंड की रूपकुंड झील
ज़मीन से 5029 मीर की ऊँचाई पर ऐसे नज़ारे देखने मिलें तो ट्रिप तस्वीरों में ही क़ैद करता है इंसान। रूपकुंड झील ढेर सारे नरमुंडों से पटी पड़ी है। रूपकुंड झील का नाम जैसे ही आता है, आँखों के आगे झूलती हैं कंकालों की सिर और हड्डियाँ। हिमालय के ट्रेक की ख़्वाहिश करने वालों का ये पसंदीदा ट्रेक है। 

पिछले कुछ दशकों में हज़ारों से ज़्यादा रीसर्च हो चुकी हैं यहाँ पर लेकिन कोई नहीं बता पाया कि यहाँ पर इतने कंकाल आए कहाँ से। 1942 में अंग्रेज़ों के जंगलों के गार्ड ने इस जगह का पता लगाया था। उसके बाद से ये झील विदेशी और देसी पुरातत्त्व विभागों का अड्डा बन गई। 

स्थानीय लोगों के अनुसार सदियों पहले यहाँ ख़ूब बर्फ़बारी हुई। इतनी कि ज़मीन 23 सेंटिमीटर तक बर्फ़ से ढक गई। इतनी ठंड से सबकी मौत हो गई। सालों तक रीसर्च करने के बाद वैज्ञानिकों ने बताया कि ये कंकाल 850 ई. के हैं। लेकिन उनकी मौत का कारण अभी भी नहीं पता। वो यहाँ के लोगों की कहानियों से पता करने की कोशिश करते हैं। 

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