अंतिम संस्कार पर मेरा मांस खाएं परिवार वाले…शख्स की अजीबोगरीब इच्छा जान घबराए लोग

लाइफस्टाइल न्यूज़ डेस्क !! हर व्यक्ति की अपनी कुछ इच्छाएं होती हैं जिन्हें वह पूरा करना चाहता है। कोई उसके जीते जी इसे पूरा होते देखना चाहता है तो कोई उसके मरने के बाद उसे छोड़ देना चाहता है। आमतौर पर लोग अपने अंतिम संस्कार से जुड़ी अपनी इच्छा परिवार वालों को बता देते हैं, लेकिन क्या किया जाए अगर किसी व्यक्ति की ऐसी इच्छा सामने आ जाए, जिसे परिवार वाले पूरा न कर सकें? ऐसा ही कुछ ब्रिटेन के एक परिवार के साथ हुआ।
हमारे देश में लोग मरने की बात करना पसंद नहीं करते, लेकिन कुछ ऐसे भी दिलेर लोग होते हैं, जो जीने की आखिरी इच्छा जाहिर कर देते हैं। वे खुशी-खुशी उसे बताते हैं कि उसका अंतिम संस्कार कैसे करना है। हालांकि, हम जिस मामले की बात कर रहे हैं वह अलग था। इस अजीबोगरीब मामले ने सभी को हैरत में डाल दिया है क्योंकि शख्स ने कहा कि वह चाहता था कि उसके मरने के बाद उसके परिवार वाले उसका मांस खाएं।
'अंतिम संस्कार में परिवार ने खाया मेरा मांस'
डेली स्टार के मुताबिक, इयान एटकिंसन नाम के एक शख्स ने जब लोगों की आखिरी इच्छा पर रिसर्च की तो उसे एक ब्रिटिश शख्स की इच्छा के बारे में बताया गया, जो चाहता था कि मरने के बाद उसके अपने परिवार के सदस्य उसे थाली में परोस दें। वह चाहता था कि इसे टुकड़ों में काटकर परिवार को खिलाया जाए। हालाँकि ब्रिटेन में नरभक्षण कानूनी नहीं था, फिर भी उनकी इच्छा पूरी नहीं हो सकी, लेकिन जो लोग उन्हें जानते थे वे भयभीत थे।
आदिवासी परंपरा में ऐसा ही होता है
आपको बता दें कि इस शख्स की इच्छा ब्रिटेन में पूरी नहीं हो सकती थी, लेकिन अगर वह सेनेमा नामक जनजाति में पैदा हुआ होता, तो उसकी इच्छा पूरी हो जाती। दरअसल, इस जाति के लोग शव को अंतिम संस्कार के लिए पत्तों और अन्य चीजों से ढक देते हैं। 30-40 दिनों के बाद वे इसे वापस लाते हैं और शेष शरीर को जला देते हैं। ये लोग सूप बनाकर शरीर को जलाने के बाद बची राख को पीते हैं। यह परंपरा यहां पारंपरिक रूप से निभाई जाती है।