इस देश की जमीन में दबा है सोना ही सोना, मिल सकता है आप को भी सोना, जानें कैसे
सोने से बना हुआ है शहर का बड़ा इलाका
जानकारी के मुताबिक 14वीं शताब्दी में रोम का शाही परिवार इयोव उ प्राहे से सोना निकालता था। यहां पर चार्ल्स यूनिवर्सिटी की सोने की बिल्डिंग यहीं के सोने को निकालकर बनाई गई है। कहा जाता है कि प्राग शहर यानी यहां की राजधानी का एक बड़ा इलाका यहां से निकाले गए सोने से बना है।
कैसे मिल सकता है आपको सोना
आपको बता दें कि कस्बे में रिजनल म्यूजियम बना हुआ है जो यहां आने वाले मेहमानों को सोना पाने के मौका देता है। यहां पर आकर आपको सिर्फ एंट्री टिकट लेनी होती है और आप यहां से सोना छानकर ले जा सकते हैं। दरअसल, म्यूजियम में एक तालाब है यहां पर आने वाले लोग इस तालाब की रेत को छानते हैं जिसमें से सोने के कण मिलते हैं अगर आपको सोने का कोई टुकड़ा मिल जाता है तो आप उसे अपने साथ ले जा सकते हैं। ये दुनिया का एक मात्र ऐसा म्यूजियम है जहां आकर आप केवल एक एंट्री टिकट से सोना ले जा सकते हैं।
क्यों नहीं हो रही है यहां की खुदाई
औद्योगिक लिहाज से यहां 1968 से सोने की खुदाई बंद पड़ी हुई है। म्यूजियम के जियोलॉजिस्ट के मुताबिक तो इयोव के आस पास ही करीब सात टन सोना है। यहां पर एक मीट्रिक टन लोहे में चार ग्राम सोना मौजूद है। उनका कहना है कि यहां आज भी सोने की खुदाई मुनाफा दे सकती है लेकिन इतनी ज्यादा कीमत का सोना होने पर भी इसको नहीं खोदा जा रहा है क्योंकि विशेषज्ञों के अनुसार यहां पर सोना निकालने के लिए जहरीले साइनाइड का इस्तेमाल करना पड़ेगा इसके बिना काफी कम सोना निकलेगा। इस लिहाज से अगर सोने की खुदाई की जाती है तो पर्यावरण और ऐतिहासिक कस्बे को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। यहां पर कई सालों पहले कई किलोग्राम भारी सोने के टुकड़े पाए गए थे इनमें से एक टुकड़ा जो गेंद के आकार का है, यहां के स्थानीय म्यजियम में रखा गया है। साजावा नदी की सहायक नदियों में आज भी इयोव के लोग सोना छानने के लिए जाते हैं।
देश में हैं सोने की कई खदानें
चेक गणराज्य में सोने की कई खदानें हैं। एक अनुमान के मुताबिक देश की जमीन में करीब 400 मीट्रिक टन सोना दबा हुआ है, हालांकि ऐसा नहीं है कि कभी यहां पर खुदाई की कोशिश नहीं की गई। 1990 से अब तक सोने की खुदाई के लिए बहुत प्रयास किए गए लेकिन यहां के लोगों या प्रशासन के विरोध या फिर सरकार का सहयोग न मिलने की वजह से ये सारी कोशिशे नाकाम रहीं।