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कैसे नींबू पानी बेचकर करोड़पति बन गई 11 साल की लड़की ? जानिए कितना बड़ा है कारोबार

 
कैसे नींबू पानी बेचकर करोड़पति बन गई 11 साल की लड़की ? जानिए कितना बड़ा है कारोबार

लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। महज 11 साल की कोई बच्ची अपने स्टार्ट-अप के दम पर करोड़पति बन जाए और कई मिलियन डॉलर का बिजनेस एम्पायर खड़ा कर ले, ये आसानी से यकीन होने लायक बात नहीं है। लेकिन, यह सच है कि अपनी परनानी की दशकों पुरानी रेसिपी ने एक छोटी सी बच्ची को मालामाल कर दिया है। उसका नींबू पानी का कारोबार बहुत ही लोकप्रिय हो चुका है। 4 हजार से ज्यादा एक्सक्लूसिव स्टोर हैं। अगर 17 साल की उम्र में कंपनी की सीईओ रहकर कोई बच्ची बिजनेस को इतनी बुलंदियों पर पहुंचा चुकी है तो सोच लीजिए कि आगे क्या कर सकती है।

सिर्फ 4 साल की उम्र में आया था बिजनेस का आइडिया


'मैं एक किशोरी हूं और अपने नींबू पानी के कारोबार से करोड़पति बन चुकी हूं'। आत्मविश्वास से भरा ये शब्द है मिकैला उल्मेर का, जो सिर्फ 11 साल की उम्र में लाखों डॉलर का कारोबार शुरू कर अपनी कंपनी की सीईओ बनीं। न्यूयॉर्क पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक मिकैला अब 17 साल की हो चुकी हैं। दुनिया में कोई भी यह जानकर हैरान हुए बिना नहीं रहेगा कि मिकैला को अपनी कंपनी खोलने का आइडिया तभी आया था, जब वो महज 4 साल की थीं।

परनानी की रेसिपी ने बदल दी किस्मत
दरअसल, जब मिकैला उल्मेर चार वर्ष की थीं तो उन्हें उनकी परनानी की एक पुरानी रसोई की किताब मिली। यह किताब 1940 के दशक की थी, लिहाजा उसके चिथड़े उड़ चुके थे। लेकिन, करीब 76 साल पुरानी उस किताब में उन्हें अलसी वाले नींबू पानी की एक रेसिपी मिल गई और उन्हें अंदाजा लग गया कि अपनी किस्मत को पतंग लगाने का मौका हाथ आ चुका है। उन्होंने तय किया कि वह नींबू पानी का ही कारोबार करेंगी।

घर के बाहर नींबू पानी बेचकर शुरू किया बिजनेस
उन्होंने अपनी छोटी उम्र के बारे में जरा भी नहीं सोचा। अपने घर के बाहर ही खड़े होकर नींबू पानी बेचना शुरू कर दिया। लेकिन, बदले जमाने के हिसाब से उन्होंने अपनी परनानी के रेसिपी को थोड़ा सा ट्विस्ट दिया। उसने इसमें शहद मिलाना भी शुरू कर दिया। दिलचस्प बात ये है कि शहद डालने की प्रेरणा उन्हें उन मधुमक्खियों से मिली, जिन्होंने दो-दो बार डंक मारकर उन्हें दर्द सहने की हिम्मत और शहद के इस्तेमाल की प्रेरणा दी थी।

नींबू पानी में शहद मिलाने से चमक गया कारोबार


पहले मिकैला उल्मेर ने अपनी मां के साथ मधुमक्खियों पर थोड़ा रिसर्च किया। तब उन्हें इसकी अहमियत और इसके विलुप्त होने की स्थिति में पड़ने वाले प्रभावों का अंदाजा लगा। उन्होंने 1940 वाली रेसिपी में सिर्फ शहद मिलाने का ही फैसला नहीं किया, बल्कि साथ ही साथ मधुमक्कियों की रक्षा को प्रोत्साहन देने का भी निर्णय किया। इसलिए, उन्होंने अपने लेमोनेड या नींबू पानी के ब्रांड का नाम दिया- 'मी एंड दि बीज लेमोनेड'।

2016 में की 86 करोड़ रुपए की डील
इस युवा बिजनेसवुमेन को सबसे पहली और बड़ी कामयाबी तब मिली जब अपना ब्रांड बनाने के बाद 2016 में उन्होंने होल फूड्स बैक के साथ 86 करोड़ रुपए की डील की। उन्होंने अपनी वेबसाइट पर लिखा है, 'मैंने उनके प्यारे नींबू पानी को सिर्फ चीनी के बजाय मधुमक्खियों से शहद मिलाकर एक नया ट्विस्ट देने का फैसला किया।

अमेरिका में 4,000 से ज्यादा स्टोर


उनके इंस्टाग्राम प्रोफाइल के मुताबिक आज की तारीख में अमेरिका में उनके 4,000 से ज्यादा स्टोर हैं। उन्होंने जो कारोबार अपने घर से बाहर शुरू किया था, वह धीरे-धीरे छोटी-मोटी दुकानों तक पहुंचनी शुरू हुई, फिर बड़े बाजारों तक सप्लाई पहुंचने लगी। इसी दौरान उन्हें तबके अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को भी अपने नींबू पानी का स्वाद चखाने का मौका मिला और फिर तो उनकी ट्विस्ट वाली परनानी के रेसिपी की लोकप्रियता बढ़ती चली गई।

आमदनी का 10% मधुमक्खी संरक्षण में करती हैं खर्च
आज की स्थिति ये है कि मधुमक्खियों के प्रति अपना आभार जताने और उनके संरक्षण के लिए मिकैला मधुमक्खी रक्षा फाउंडेशन को अपनी आमदनी का 10 फीसदी हिस्सा सहयोग में देती हैं। 17 साल की मिकैला उल्मेर आज सिर्फ अमेरिकियों के लिए नहीं, दुनिया भर के लोगों के लिए खुद एक प्रेरणा बन चुकी हैं।

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