गुरु नानक देव जी के ये 10 उपदेश, भर देंगे जीवन में रोशनी
लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। सिख धर्म के पहले गुरु गुरुनानक देव जी थे। ऐसे में ही हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन दुनियाभर में गुरु नानक देव जी का प्रकाश उत्सव मनाया जाता है। इस शुभ दिन पर अमृतसर के दरबार साहिब पर खासतौर पर लोग दर्शन करने जाते हैं। उन्होंने दुनिया में फैले अंधविश्वास, आडंबरों का सख्त विरोध किया था। गुरु जी ने अपने सारे जीवन में दूसरों की भलाई और उन्हें सही रास्ते पर चलने का संदेश दिया। उन्होंने परमात्मा एक है का नारा लगाया था। साथ ही लोगों को जीवन में सही रास्ते पर चलने के लिए उपदेश दिए थे। तो आइए इस शुभ अवसर पर हम आपको उनके बताए हुए 10 उपदशों के बारे में बताते हैं...
1. इक ओंकार के मंत्र से दिया संदेश
ईश्वर एक होने का संदेश गुरुनानक देव जी ने दुनियाभर में इक ओंकार का नारा लगाकर लोगों को दिया। वो हर जगह पर साथ ही कहा था कि परमात्मा एक है मौजूद है। ऐसे में अपना अहंकार व गुस्सा त्याग कर सभी के साथ प्रेम से रहे।
2. धन कमाने का सही रास्ता
गुरु जी ने धन को कमाने के लिए स्वार्थ व लालच को छोड़कर मेहनत व लगन को अपनाने की सीख दी। कभी भी किसी चीज या पैसों को कमाने के लिए लालच ना करें।
3. दूसरों की करें मदद
जरूरत पड़ने पर दूसरों की मदद करने के लिए हाथ बढ़ाना चाहिए। गुरु जी के अनुसार, कभी भी किसी के हक का पैसा नहीं छीनना चाहिए।
4. पैसों का लालच ना करें
इसके पीछे भागने से हमेशा हार ही लगेगी। असल में, मरने के बाद हमारे अच्छे कर्म काम आएंगे ना की पैसा। नानक देव जी ने धन को जेब में सीमित मात्रा में रखने की सीख दी।
5. हमेशा याद रखें ये 5 बातें
गुरु नानक जी ने सभी को प्रेम, एकता, समानता, भाईचारा और आध्यात्मिक ज्योति का संदेश दिया था।
6. स्त्री-पुरूष दोनों को बराबर का हकदार
ऐसे में कभी भी किसी की निंदा ना करें और ना ही किसी को खुद से छोटा ना समझें। गुरु नानक देव जी ने स्त्री और पुरुष सभी को हमेशा बराबर माना है।
7. इस तरह करें सारे काम
उन्होंने उपदेश दिया था कि जिंदगी में कोई भी काम बिना किसी डर व तनाव मुक्त होकर करना चाहिए। गुरु जी ने जीवन में खुश रहने की सीख दी। साथ ही बिना भविष्य की सोचे खुशी से अपने कर्मों को करते रहने चाहिए।
8. ऐसे मिलेगी जीत
खुद पर काबू पा कर ही इस संसार में कोई मुकाम हासिल हो सकता है। अगर किसी को संसार में जीत हासिल करनी है तो सबसे पहले अपने अंदर की बुराईयों को दूर करने की जरूरत है।
9. अपने दुश्मन पर करें जीत हासिल
ऐसे में सबसे पहले अपने अहम पर जीत हासिल करें। इससे सभी से प्यार व विनम्रता से बात करनी चाहिए।
जिंदगी में इंसान का दुश्मन कोई मनुष्य नहीं बल्कि उसका अहंकार है।
10. ऐसा हो परिवार
ऐसे में पूरी दुनिया को अपना घर मानना चाहिए। गुरु जी के लिए तो पूरा संसार ही एक घर था। साथ ही बिना किसी भेदभाव के सभी के साथ मिल-जुल कर रहना चाहिए।