Follow us

12 साल में एक बार खिलता है ये फूल, जानें इसकी खासियत

 
/3

दुनिया भर में अनेक प्रकार के फूल पाए जाते हैं। हर फूल का अपने आप में खास महत्व है। हर फूल की अपनी अलग खुशबू और पहचान होती है। फूल भला किसे नहीं पसंद होता, फूल एक ऐसी चीज है जो सभी को पसंद होती है। जैसे गुलाब, गेंदा, कमल, चमेली, सूरजमुखी इन फूलों के बारे में तो सभी जानते हैं, सभी ने अपने जीवन में इन फूलों को कभी ना कभी जरूर देखा होगा और इनकी खुशबू को भी जरूर महसूस किया होगा।

/3

यह फूल भारत के केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु राज्यों के शोला जंगलों में पाया जाता है। नीलकुरिंजी फूल का वैज्ञानिक नाम स्ट्रोबिलैंथेस कुंथियाना है।

/3

नीलकुरिंजी फूल की एक खासियत यह है कि यह फूल 12 साल में एक बार खिलता है। इस फूल का रंग नीला होता है और यह फूलों की एक बड़ी चादर की तरह फैला हुआ होता है। नीलकुरिंजी फूल की खुशबू बहुत ही मनमोहक होती है। नीलकुरिंजी फूल को स्थानीय भाषा में कुरिंजी भी कहा जाता है। नीलकुरिंजी फूल के खिलने के समय इन जंगलों में एक अलग ही दृश्य देखने को मिलता है यह फूल पहाड़ों को नीले रंग से भर देते हैं। नीलकुरिंजी फूल की खूबसूरती को देखने के लिए हर साल लाखों पर्यटक इन जंगलों में आते हैं।

/3

नीलकुरिंजी का फूल नहीं तोड़ सकते। नीलकुरिंजी एक दुर्लभ फूल है जो 12 साल में एक बार खिलता है। यह फूल केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु के शोला जंगलों में पाया जाता है। यह फूल शोला जंगलों की आरोग्य का एक महत्वपूर्ण संकेतक है। जब नीलकुरिंजी खिलती है, तो इसका मतलब है कि शोला जंगल स्वस्थ हैं और उनमें पर्याप्त पानी है।

/3

नीलकुरिंजी के फूलों को तोड़ने के बजाय, हम इन फूलों की सुंदरता को कैमरे में कैद कर सकते हैं। हम इन फूलों के बारे में लोगों को जागरूक भी कर सकते हैं और उन्हें इन फूलों की सुरक्षा के लिए प्रेरित कर सकते हैं।

Post a Comment

From Around the web