पॉइंट ब्लैंक पर गोली लगने के बाद भी जीवित बच गया ये आदमी, जानिए उस आदमी की कहानी जिसके माथे पर जिंदगीभर के लिए बना गड्ढा
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लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। आपने एक कहावत तो सुनी ही होगी, जाको रहे सैयां मार सके कोई। जब परमेश्वर मनुष्य की रक्षा करता है, तो उसके शत्रु चाहे कितनी भी कोशिश कर लें, वे एक बाल भी बाँका नहीं कर सकते। बरसों पहले एक अमेरिकी सैनिक के साथ भी ऐसा ही हुआ था और उसका नाम इतिहास में दर्ज हो गया। सिपाही को प्वाइंट ब्लैंक रेंज से गोली मारी गई है। माथे पर नाक के ऊपर के स्थान को बिन्दु ब्लैंक कहते हैं। इस जगह पर अगर गोली मार दी जाए तो इंसान का बचना नामुमकिन है। लेकिन इस फौजी के साथ एक चमत्कार हुआ। यहां गोली लगने के बाद भी वह बाल-बाल बच गए।
ट्विटर अकाउंट 'History Vids' पर इतिहास से जुड़ी दिलचस्प बातें बताई गई हैं। खाते ने हाल ही में जैकब मिलर नाम के एक व्यक्ति की पहचान की, जो माथे पर गोली लगने से बच गया। यह घटना 1863 की है। तब जैकब मिलर 9वीं इंडियाना इन्फैंट्री में केंद्रीय सेना के सैनिक थे। गृहयुद्ध के दौरान उनके माथे में गोली लगी थी। उन्होंने कई लड़ाइयों में भाग लिया, लेकिन जब 'बैटल ऑफ चिकमूगा' के दौरान उन्हें गोली मार दी गई, तो उनके कप्तान ने उन्हें मृत मान लिया, लेकिन कुछ दिनों बाद मिलर को होश आ गया। उन्होंने 1911 में अपने अनुभव के बारे में लोगों को बताया।
मिलर ने कहा कि दुश्मन ने उन पर बंदूकों से हमला किया। प्राचीन समय में मस्कट बॉल गोलियों के रूप में होती थी। वह सीधे जाकर मिलर के माथे में घुस गई। उसने महसूस किया कि उसकी एक आंख सॉकेट से बाहर निकल गई है। उन्होंने टूटी हुई हड्डियों को हटाकर बाईं आंख को सॉकेट में लगाया और कपड़े की पट्टी बनाकर आंखों की रक्षा के लिए माथे पर बांध दी। इसके बाद वह लड़ाई से बाहर आए और 24 किलोमीटर पैदल चलकर अस्पताल पहुंचे जहां उनका ऑपरेशन किया गया।
मिलर 88 वर्ष की आयु तक जीवित रहे
डॉक्टरों ने पाया कि अगर उसने मस्कट बॉल से पूरी गोली निकाल दी तो यह उसके लिए घातक साबित होगी। इस वजह से उसने केवल एक तिहाई गोली चलाई और बाद में बची हुई गोली भी अपने आप निकल गई।मिलर की चोट कभी पूरी तरह ठीक नहीं हुई और लोगों को लगा कि वह जल्द ही मर जाएगा। लेकिन उन्होंने सबको गलत साबित करते हुए लंबी उम्र गुजार दी। उनका 88 साल की उम्र में निधन हो गया। लेकिन उसके माथे पर जीवन भर का गड्ढा हो गया था, जिससे उसकी पहचान हो गई थी।