Follow us

गुजरात के इस समाज ने ढाढी रखना कर दिया बैन, कहा - ‘धर्म में सिर्फ संतों को ही है इजाजत..’

 
गुजरात के इस समाज ने ढाढी रखना कर दिया बैन, कहा - ‘धर्म में सिर्फ संतों को ही है इजाजत..’

लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। शादियों के सीजन में गुजरात से आई ये खबर आपको हैरान भी करेगी और परेशान भी करेगी। ताज्जुब इसलिए क्योंकि यहां के एक समुदाय ने शादियों के साधारण मकसद से डीजे की आवाज पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है। वहीं चिंता की बात यह है कि दाढ़ी रखने पर भी रोक लगा दी गई है। अगर इस समुदाय के युवा दाढ़ी रखने का फैशन अपनाते हैं तो उन्हें भारी जुर्माना भरना पड़ेगा।

यह वास्तव में अंजना चौधरी समुदाय है, जिसने समाज सुधार कार्यक्रम के तहत बनासकांठा के घनेरा तालुक के 54 गांवों में ये आदेश जारी किए। हाल ही में 54 गाँवों से एकत्रित हुए इस समुदाय के प्रतिनिधियों ने आपसी सहमति से 'समाज सुधार' के 22 बिन्दुओं को स्वीकार किया।

गुजरात के इस समाज ने ढाढी रखना कर दिया बैन, कहा - ‘धर्म में सिर्फ संतों को ही है इजाजत..’

दाढ़ी पर कितना होगा जुर्माना?
इन संशोधनों के मुताबिक अब अगर समुदाय का कोई व्यक्ति इन आदेशों का पालन नहीं करता है तो उस पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा. कुछ मामलों में रु. समुदाय के युवकों पर दाढ़ी रखने पर 51 हजार रुपए तक का जुर्माना लगाया जाएगा।

सामुदायिक बैठक के दौरान शिकारपुरा गढ़ीपति दयारामजी महाराज ने कहा कि हिंदू धर्म में केवल संतों और मौसेरे भाई-बहनों को ही दाढ़ी रखने की इजाजत है. हमारे समाज के युवाओं को लंबी-लंबी दाढ़ी-मूंछों के साथ घूमते देखना बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता। 'इन युवकों को अपनी दाढ़ी का ख्याल रखना चाहिए। यहां देखे गए ऐसे युवाओं को चेतावनी भी दी गई है।

गुजरात के इस समाज ने ढाढी रखना कर दिया बैन, कहा - ‘धर्म में सिर्फ संतों को ही है इजाजत..’

और किन 'सामाजिक सुधारों' पर सर्वसम्मति बनी?
समुदाय द्वारा लिए गए अन्य निर्णयों में, शोक की अवधि के 12वें और 13वें दिन मुख्य रूप से विलासिता की वस्तुओं के उपभोग पर रोक है। इसके अलावा पार्टियों में खाना बनाने और परोसने वाले कैटरर्स, शादियों में डीजे बजाने, होटलों में शादी-ब्याह समारोह के लिए महंगे निमंत्रण कार्ड छपवाने जैसे मामलों पर भी कड़ी पाबंदी लगाई गई है.

Tags

From around the web