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आजादी से अबतक चुनावी मानचित्र से गायब है ये गांव, राजनीतिक चर्चाओं से कोसों दूर

 
आजादी से अबतक चुनावी मानचित्र से गायब है ये गांव, राजनीतिक चर्चाओं से कोसों दूर

लाइफस्टाईल न्यूज डेस्क।। लोकसभा चुनाव 2019 के आखिरी चरण का मतदान कल यानी रविवार को होने जा रहा है. देश के अधिकतर लोग उत्साहपूर्वक अपने मत का प्रयोग कर रहे हैं. ऐसे में हमारे देश में एक गांव ऐसा भी है जो चुनावी नक्शे में कहीं भी शामिल नहीं है.

यह गांव असम और मेघालय की सीमा के उत्तर-पूर्वी हिस्से में घने जंगल के बीच स्थित है। आजादी के बाद से इस गांव को चुनावी मानचित्र में शामिल नहीं किया गया है. ये बेहद चौंकाने वाली बात है, लेकिन सच है. इस गांव का नाम लोंगटुरी है, जो असम के गुवाहाटी से करीब 90 किलोमीटर की दूरी पर घने जंगलों में स्थित है।

आजादी से अबतक चुनावी मानचित्र से गायब है ये गांव, राजनीतिक चर्चाओं से कोसों दूर

एक तरफ पूरे देश में चुनावी माहौल है. वहीं, इस गांव में चुनाव का शोर-शराबा और बहसें कोसों दूर हैं. यहां न तो किसी तरह की राजनीतिक चर्चा हो रही है और न ही किसी तरह की चुनावी सभाएं और पोस्टर लगाए जा रहे हैं. ये गांव चुनावी शोर से दूर नजर आ रहा है.

आजादी से अबतक चुनावी मानचित्र से गायब है ये गांव, राजनीतिक चर्चाओं से कोसों दूर

इस गांव में 25 परिवार रहते हैं, जिन्हें अब तक चुनावी मानचित्र में कहीं भी शामिल नहीं किया गया है. हैरानी की बात यह है कि इस गांव के निवासियों ने कई बार कामरूप जिले के चुनाव कार्यालय में शिकायत की है, लेकिन अधिकारियों ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। अब यहां के लोगों की हालत ऐसी है कि उन्होंने वोट देने की उम्मीद ही छोड़ दी है.

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