महाराष्ट्र में महायुती सरकार को बनाए रखने का करेंगे प्रयास : चंद्रशेखर बावनकुले
मुंबई, 26 सितंबर (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने गुरुवार को मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के महाराष्ट्र दौरे को लेकर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अमित शाह दो दिवसीय महाराष्ट्र दौरे पर आए थे। इस दौरान उन्होंने लगभग पांच हजार प्रतिनिधियों से चर्चा कर उन्हें सरकार की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने का निर्देश दिया।
महाराष्ट्र के भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "अमित शाह ने महाराष्ट्र दौरे के दौरान पांच हजार प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की। इसमें यह निर्णय लिया गया कि महाराष्ट्र की महायुती सरकार में समन्वय होना चाहिए। इसके साथ ही केंद्र और राज्य सरकार द्वारा किए गए कामों को जनता तक पहुंचाया जाए।"
चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, "अमित शाह के मार्गदर्शन के दौरान इस बात पर भी फोकस किया गया कि आगामी पांच सालों के लिए महाराष्ट्र में महायुती सरकार को बनाए रखने के प्रयास किए जाएंगे। अमित शाह के दौरे से कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार हुआ है और हम जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को हल करने का काम करेंगे।"
उन्होंने मानहानि मामले में शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत को 15 दिन की सजा सुनाये जाने के कोर्ट के फैसले पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "संजय राउत से अपेक्षा है, वह झूठ कम बोलें और राजनीति के लिए झूठ बोलना बंद कर दें। भगवान ने उन्हें इसलिए पैदा नहीं किया है कि वह झूठ बोलने का काम करें। उन्हें कम से कम कोर्ट का सम्मान करते हुए झूठ बोलना बंद करना चाहिए।"
चंद्रशेखर बावनकुले ने धार्मिक संस्था महालक्ष्मी जगदंबा माता को लेकर हो रही राजनीति को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "महालक्ष्मी जगदंबा माता एक धार्मिक संस्था है, उसे बदनाम करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उस संस्था द्वारा बहुत कम खर्च पर चलाए जा रहे स्कूल में 800 से अधिक गरीब विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। इस स्कूल की शुरुआत 1917 में आइरीन बोस नामक महिला ने की थी। उनका कोई वारिस नहीं था, इसलिए उस स्कूल को बाद में कोराडी संस्था ने अपने अधीन कर लिया। मैं खुद उस स्कूल में पढ़ा हूं।"
उन्होंने कहा, "मुझे दुख होता है, विजय वडेट्टीवार, नाना पटोले, अनिल देशमुख, जो अपनी मां महालक्ष्मी जगदंबा मां को देखे बिना चुनाव आवेदन दाखिल नहीं करते, वे अब राजनीति कर रहे हैं।"
--आईएएनएस
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