राहुल गांधी ने जम्मू में प्रोफेशनल्स से की बातचीत, कई मुद्दों पर की चर्चा
जम्मू, 25 सितंबर (आईएएनएस)। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को जम्मू में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इसके बाद उन्होंने वहां पर कुछ पेशेवरों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर चर्चा की।
आईएनएस से बात करते हुए वकील गगनदीप ने बताया कि राहुल गांधी से सबसे ज्यादा बातचीत बेरोजगारी को लेकर हुई । यहां आए सभी प्रोफेशनल्स ने अपनी समस्याओं के बारे में बात की। कुछ लोगों ने यहां अपना स्टार्टअप शुरू किया है । एक लड़की ने बताया कि स्टार्टअप शुरू करने के बाद सभी दस्तावेज जमा करने के बाद भी दूसरी किस्त की राशि नहीं मिली। इसी पर राहुल गांधी से बातचीत हुई । जिस तरह से राहुल गांधी आम लोगों से मिल रहे हैं, हम अनुरोध करते हैं कि भारत सरकार के प्रतिनिधि भी आम लोगों से बातचीत करने की कोई योजना बनाए, ताकि आम लोग उनसे मिलकर अपनी समस्याएं साझा कर सकें ।
सुखमणि पॉल कौल ने कहा, "विपक्षी नेता ने सभी से बहुत खुलकर बात की और हमारे भविष्य के अवसरों के बारे में चर्चा की। मुझे उनसे बात करने का मौका मिला। इस दौरान मैंने उनसे कृषि क्षेत्र में रोजगार की कमी के बारे में बात की। हालांकि मैं एक रिसर्च स्कॉलर हूं, लेकिन सभी की चिंताएं रोजगार को लेकर हैं। साथ ही, रिसर्च करना बहुत महंगा है। इस पर भी चर्चा हुई। राहुल गांधी ने मुझसे कहा कि जब हम जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव जीतकर सत्ता में आएंगे, तो बुनियादी समस्याओं का समाधान किया जाएगा।"
लद्दाख से आए त्सेनंग चोसडोल ने कहा, "मुझे अंदर से ऐसा लग रहा था कि मेरी आंखें छोटी हैं, इसलिए लोग मुझे चीन से आया हुआ समझते हैं। इसलिए मुझे सवाल पूछने का मौका नहीं मिल रहा था, जिस कारण से मुझे अजीब लग रहा था। मैं राहुल गांधी से मिलना चाहती थी। बाकी भारत में लद्दाख की कोई नहीं सुनता। मुझे लगा कि राहुल गांधी लोगों का बहुत समर्थन करते हैं, इसलिए मैं यहां आई हूं। मैं एक छोटी सी मोमो की दुकान चलाती हूं। फिर जब मैंने उनसे थोड़ी बात की, तो उन्होंने मुझसे पूछा कि आप क्या सवाल पूछना चाहते हैं? मैंने उनसे संविधान की छठी अनुसूची के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि छठी अनुसूची के तहत लद्दाख को आदिवासी का दर्जा मिलना हमारा अधिकार है। इसके तहत जो भी लाभ मिलते हैं, वो हमें मिलना चाहिए। हम इसी चीज के लिए यहां आए थे। राहुल गांधी ने कहा कि हम इस पर चर्चा कर रहे हैं और इसका समर्थन भी कर रहे हैं।"
--आईएएनएस
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