सूर्यग्रहण के दौरान भजन-कीर्तन करें गर्भवती महिलाएं : पुजारी सुनील सनी
नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। साल 2024 का आखिरी सूर्यग्रहण बुधवार को है। इसका देश में कितना प्रभाव पड़ेगा इसको लेकर दिल्ली के कालकाजी मंदिर के पुजारी सुनील सनी ने आईएएनएस से खास बातचीत की।
दिल्ली के कालकाजी मंदिर के पुजारी सुनील सनी ने आईएएनएस को बताया कि हमारे देश में सूर्यग्रहण का कोई खास असर नहीं पड़ेगा। इजरायल की तरफ ही यह देखने को मिलेगा। हालांकि जो गर्भवती महिलाएं होती हैं, उनको सूर्यग्रहण में थोड़ा बचाव करना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि जब सूर्यग्रहण हो तो गर्भवती महिलाओं को अपने घर में रहना चाहिए और भजन-कीर्तन करना चाहिए। कालकाजी मंदिर और इनके जैसे जितने भी सिद्धपीठ मंदिर होते हैं, उन पर सूर्यग्रहण का कोई असर नहीं पड़ता।
सूर्यग्रहण को लेकर काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित हरेंद्र उपाध्याय ने आईएएनएस को बताया कि "यह सूर्य ग्रहण इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण है और सूर्य ग्रहण कन्या राशि पर लग रहा है। केतु इस समय कन्या राशि में विराजमान हैं और राहु 90 डिग्री का कोण बना रहे हैं। अथार्त राहु अल्ट्रावायलेट रेज़ रेडिएशन है और केतु इंफ्रारेड रेडिएशन है, दोनों का मिलन हो रहा है। इससे भले ही भारतवर्ष में दृश्य दिखाई नहीं दे परंतु उसका प्रभाव ज़रूर पड़ेगा।"
बता दें कि साल का आखिरी सूर्यग्रहण मीन राशि में लगेगा। भारत में सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा, क्योंकि इसका सूतक काल मान्य नहीं है। भारतीय समय के अनुसार सूर्यग्रहण रात नौ बजकर 13 मिनट पर शुरू होगा और देर रात तीन बजकर 17 मिनट पर इसकी समाप्ति होगी।
यह सूर्यग्रहण साल का दूसरा और आखिरी सूर्यग्रहण है। वैज्ञानिकों को अनुसार वलयाकार सूर्य ग्रहण दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्सों और आंशिक रूप से उत्तरी अमेरिका, अंटार्कटिका और अटलांटिक महासागर के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। सूर्य और पृथ्वी के बीच से जब चंद्रमा गुजरता है, लेकिन सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी पूरी तरह से एक पंक्ति में नहीं होते हैं, तब आंशिक सूर्य ग्रहण होता है।
--आईएएनएस
एससीएच/जीकेटी