कर्नाटक सरकार मुझे जेल भेजने की रच रही है साजिश : कुमारस्वामी
नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्रीय इस्पात और भारी उद्योग मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने मंगलवार को कहा कि कर्नाटक की कांग्रेस सरकार उन्हें जेल भेजने की साजिश रच रही है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "अतीत में मुख्यमंत्री सिद्दारमैया की टीम ने मुझे एक दिन के लिए भी जेल भेजने की साजिश रची थी। अब उनकी मौजूदा टीम भी ऐसा ही करने का सपना देख रही है। मैंने एक अधिकारी के दुर्व्यवहार के बारे में बात की थी और उसकी कहानी मीडिया के सामने उजागर की थी। मुझे जानकारी है कि कहां और किसके चैंबर में उन्होंने मुझे जेल भेजने की चर्चा की थी।"
उन्होंने कहा, "मैंने जमानत ले ली है क्योंकि मेरे वकीलों ने मुझे जमानत लेने की सलाह दी थी। इस सरकार के भ्रष्ट अधिकारी कुछ भी कर सकते हैं। इसलिए मैंने जमानत ली है।"
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य में जो कुछ भी हो रहा है, उसकी उन्हें पूरी जानकारी है।
उन्होंने कहा, "80 करोड़ रुपये की हेराफेरी के मामले में क्या हुआ? एसआईटी ने मामले में रैंडमली एक व्यक्ति का नाम शामिल करके बेतरतीब ढंग से गिरफ्तारी की।"
केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि, उन्होंने निजी लाभ के लिए किसी पद का इस्तेमाल नहीं किया।
उन्होंने कहा, "उस अधिकारी से मेरी पूछताछ मेरे मामले के बारे में नहीं थी। मैंने राज्यपाल कार्यालय से जांच करने की अनुमति के लिए एक पत्र लिखा था। चूंकि यह एक निजी चैनल को लीक हो गया था, इसलिए मैंने इस पर सवाल उठाया।"
कुमारस्वामी ने कहा, "मैंने पुलिस अधिकारी के अहंकार की निंदा की है। मैंने अधिकारी की पृष्ठभूमि का खुलासा किया है, जो बेंगलुरु में भू-माफिया से सीधे संबंध और अवैध गतिविधियों में संलिप्तता को दर्शाता है। क्या इस व्यक्ति को असामाजिक तत्वों का समर्थन करने के लिए आईपीएस पद दिया गया है? अधिकारी एक आपराधिक मामले में आरोपी नंबर दो है और फिलहाल जमानत पर बाहर है।"
उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल करते हुए कहा, "अगर कोई अधिकारी आपके पास आए और आपको 'अपराधी मुख्यमंत्री' कहे तो आप क्या करेंगे? कुछ अधिकारियों ने अपने सहकर्मियों को लिखे पत्रों में मेरे खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। ये पत्र आधिकारिक ज्ञापन नहीं था। उन पर कोई मुहर या विभागीय प्रतीक नहीं थे।"
उन्होंने दावा किया कि ऐसे अधिकारी सरकार को खुश करने के लिए अपनी शक्ति का दुरुपयोग करते हैं। इसलिए मुझे जमानत लेनी पड़ी। अधिकारी के खिलाफ भी मामला दर्ज है। वह आरोपी नंबर दो है और उसने हाईकोर्ट से स्टे ले रखा है। मैंने सिर्फ जमानत ली है। मुझे स्टे नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक के गृह मंत्री परमेश्वर ने ऐसा दिखावा किया कि पत्र में अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने वाले आईपीएस अधिकारी ने उनका नाम नहीं लिया।
उन्होंने कहा कि, "मुख्यमंत्री पर भी आरोप हैं। अगर अधिकारी आपको 'क्रिमिनल सीएम' कहे तो आप क्या करेंगे? मेरे खिलाफ लिखा गया पत्र कैसे प्रसारित किया गया? मुख्यमंत्री कार्यालय से एक और पत्र सोमवार रात मेरे पास पहुंचा।"
--आईएएनएस
एकेएस/जीकेटी