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संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस के देश में प्रवेश पर इजरायल ने लगाया प्रतिबंध

 
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस के देश में प्रवेश पर इजरायल ने लगाया प्रतिबंध

तेल अवीव, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। इजरायल ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को अवांछित घोषित कर दिया और ईरान के मिसाइल हमले की "स्पष्ट रूप से निंदा" करने में विफल रहने पर उनके देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया।

इजरायल के विदेश मंत्री इजरायल कैट्ज ने बुधवार दोपहर को घोषणा की कि "आज, मैंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को इजरायल में अवांछित घोषित कर दिया है और उनके देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। जो कोई भी ईरान द्वारा इजरायल पर किए गए जघन्य हमले की स्पष्ट रूप से निंदा नहीं कर सकता, जैसा कि दुनिया के लगभग हर देश ने किया है, वह इजरायल की धरती पर कदम रखने का हकदार नहीं है,"

इजरायल पर 2023 के हमास हमले की पहली बरसी से कुछ ही दिन पहले, कैट्ज ने आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रहने के लिए संयुक्त राष्ट्र प्रमुख की आलोचना की।

इजरायल के विदेश मंत्री ने एक्स पर लिखा, "यह एक महासचिव है जिसने सात अक्टूबर को हमास के हत्यारों द्वारा किए गए नरसंहार और यौन अत्याचारों की निंदा नहीं की है, ना ही उन्होंने उन्हें आतंकवादी संगठन घोषित करने के लिए कोई प्रयास किया है। एक महासचिव जो हमास, हिजबुल्लाह, हूती और अब वैश्विक आतंक की जननी ईरान के आतंकवादियों, बलात्कारियों और हत्यारों को समर्थन देता है, उसे संयुक्त राष्ट्र के इतिहास पर एक दाग के रूप में याद किया जाएगा।"

उन्होंने कहा कि इजरायल अपने नागरिकों की रक्षा करना जारी रखेगा और "एंटोनियो गुटेरेस के साथ या उसके बिना, अपनी राष्ट्रीय गरिमा को बनाए रखेगा।"

संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने मंगलवार को कहा था कि वह लेबनान में संघर्ष के बढ़ने से बेहद चिंतित हैं और उन्होंने तत्काल युद्धविराम की अपील की। ​​

गुटेरेस ने कहा था कि लेबनान में किसी भी कीमत पर एक व्यापक युद्ध से बचना चाहिए, और लेबनान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए।

उन्होंने कुछ घंटों बाद एक्स पर एक और मैसेज पोस्ट किया जब ईरान ने मंगलवार रात को लगभग 200 मिसाइलों से इजरायल पर हमला किया। गुटेरेस ने कहा, "मैं मध्य-पूर्व में बढ़ते संघर्ष की निंदा करता हूं, जो लगातार बढ़ता जा रहा है। इसे रोकना होगा। हमें निश्चित रूप से युद्धविराम की आवश्यकता है।"

--आईएएनएस

एससीएच/जीकेटी

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