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नेतन्याहू के सलाहकार बोले : युद्ध के बाद इजरायल गाजा पर शासन करना नहीं चाहता

 
नेतन्याहू के सलाहकार बोले : युद्ध के बाद इजरायल गाजा पर शासन करना नहीं चाहता

नई दिल्ली, 21 नवंबर (आईएएनएस)। इजरायली सरकार के एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के साथ चल रहे युद्ध के खत्‍म होने के बाद इजरायल गाजा पर कब्जा करने के बारे में नहीं सोच रहा है।

इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के वरिष्ठ सलाहकार मार्क रेगेव ने युद्ध पर एक ऑनलाइन मीडिया ब्रीफिंग में कहा, “हम गाजा पर कब्ज़ा और गाजा पर शासन नहीं करना चाहते। हालांकि, हम इस बात पर जोर देते हैं कि गाजा को विसैन्यीकृत किया जाना चाहिए।"

7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल पर हमला करने के बाद युद्ध शुरू हुआ, जिसमें देश के दक्षिण में कस्बों और गांवों में नरसंहार में 1,200 लोग मारे गए और इजरायल पर रॉकेट दागे गए।

मध्य-पूर्व के मीडिया ने हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय का हवाला देते हुए कहा कि इजरायल के जवाबी हवाई हमलों और तटीय क्षेत्र की घेराबंदी में 12,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं।

रेगेव ने कहा कि हमास को इलाके से हटाने के बाद भविष्य में फिलिस्तीनी सरकार बन सकती है।

उन्‍होंने कहा, "हमास ने खून-खराबा कर गाजा के लोगों के लिए दरिद्रता ला दी है।"

रेगेव ने कहा कि इजरायल के अंतरराष्ट्रीय साझेदार गाजा का पुनर्निर्माण करना चाहेंगे। उन्होंने कहा कि अरब देश पुनर्निर्माण प्रक्रिया का हिस्सा होंगे।

उन्होंने उस देश के बारे में कहा, जहां हमास का नेतृत्व कथित तौर पर रहता है, कतर के अलावा अरब दुनिया में हमास का कोई दोस्त नहीं है।

रेगेव ने कहा, इजरायल की जीत क्षेत्र में शांति चाहने वालों की जीत होगी।

भले ही युद्ध के 46 दिनों के बाद इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने गाजा में अपने अभियान तेज कर दिए हैं, लेकिन इजरायली सरकार ने लड़ाई बंद होने के बाद इस क्षेत्र के लिए अपनी योजना स्पष्ट रूप से नहीं बताई है।

जबकि आईडीएफ गाजा में हमास के बुनियादी ढांचे को नष्ट करने के अपने लक्ष्य का पीछा कर रहा है, जैसा कि यह सैन्य अभियानों का वर्णन करता है, इजरायल बच्चों और बुजुर्गों सहित लगभग 238 बंधकों को हमास की कैद से मुक्त करने के लिए बातचीत में लगा हुआ है।

और, अगर पर्दे के पीछे की बातचीत, जिसमें कतर और संयुक्त राज्य अमेरिका भी शामिल हैं, बंधकों की रिहाई पर एक समझौते पर पहुंचती है, तो इजरायल शायद एक छोटे विराम के लिए सहमत होगा।

रेगेव ने कहा, "अगर हमारे बंधकों को रिहा कर दिया जाता है तो हम अस्थायी युद्धविराम पर सहमत होंगे।"

उन्होंने कहा कि रेड क्रॉस जैसे अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी संगठनों को हमास ने बंधकों से मिलने और उनकी भलाई का आकलन करने की अनुमति नहीं दी।

यह पूछे जाने पर कि क्या इजरायल के पास बंधकों के जीवित होने का सबूत है, रेगेव ने कहा कि उनकी स्थिति के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन इज़राइल ने अपनी खुफिया जानकारी इकट्ठा कर ली है।

उन्होंने कहा कि बंधकों को बिना शर्त रिहा किया जाना चाहिए।

--आईएएनएस

एसजीके

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