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'रिंकी भुइयां एक उद्यमी, जमीन खरीदने में बुराई नहीं': असम के मंत्री ने किया सीएम की पत्नी का बचाव

 
'रिंकी भुइयां एक उद्यमी, जमीन खरीदने में बुराई नहीं': असम के मंत्री ने किया सीएम की पत्नी का बचाव

गुवाहाटी, 18 सितंबर (आईएएनएस)। असम के मंत्री जयंत मल्लबारुआ मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की पत्नी रिंकी भुइयां सरमा के बचाव में सामने आए हैं, जो हाल ही में भूमि घोटाले के विवाद में फंसी थीं।

मल्लाबारुश ने कहा,“ रिंकी भुइयां एक स्थापित उद्यमी हैं। उनके पिता जादव भुइयां भी असम के जाने-माने बिजनेसमैन थे। जब राज्य में बहुत कम संख्या में व्यापारिक प्रतिष्ठान थे, तब जादव भुइयां ने अपना खुद का उद्यम शुरू किया।'

मंत्री ने जोर देकर कहा कि यदि कोई सफल उद्यमी अपने उद्यम का विस्तार करना चाहता है, तो इसमें कोई बुराई नहीं है। यहां तक कि ऐसे व्यक्ति भी नियमों और प्रक्रियाओं के अनुसार सरकारी लाभ के लिए आवेदन करने के पात्र हैं।

“हालांकि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने स्पष्ट किया है कि उनके परिवार में किसी को भी कोई सरकारी लाभ नहीं मिला है, मेरा मानना है कि यदि नियम अनुमति देता है, तो व्यावसायिक उद्यम से जुड़ा कोई भी व्यक्ति सरकारी योजनाओं के तहत लाभ के लिए आवेदन कर सकता है। इस पर कोई प्रतिबंध नहीं है।”

जयंत मल्लबारुआ के अनुसार, मुख्यमंत्री की छवि खराब करने के लिए विपक्ष द्वारा रिंकी भुइयां सरमा को अनावश्यक रूप से विवाद में घसीटा गया।

इससे पहले आरोप लगे थे कि दो साल पहले सरमा के सीएम बनने के बाद मुख्यमंत्री की पत्नी ने नागांव जिले के कलियाबोर दरगाजी गांव में 50 बीघा 2 कट्ठा कृषि भूमि खरीदी थी।

एक आरटीआई रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया गया कि सीलिंग कानून के अनुसार, कोई भी व्यक्ति 49.5 बीघे से अधिक कृषि भूमि का मालिक नहीं हो सकता है और इसलिए, मुख्यमंत्री की पत्नी द्वारा जमीन खरीदने के बाद, इसकी श्रेणी को औद्योगिक भूमि में बदल दिया गया था।

यह भी आरोप लगाया गया है कि रिंकी की कंपनी 'प्राइड ईस्ट एंटरटेनमेंट' को वहां खाद्य प्रसंस्करण उद्यम स्थापित करने के लिए प्रधान मंत्री किसान संपदा योजना से 10 करोड़ रुपये की सरकारी सहायता भी मिली। पूरी प्रक्रिया महज 10 महीने में पूरी कर ली गई।

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने अपने एक्स हैंडल पर एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ''पीएम मोदी ने भारत के किसानों की आय दोगुनी करने के लिए किसान संपदा योजना शुरू की। लेकिन असम में, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके अपनी पत्नी की फर्म को क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी के हिस्से के रूप में 10 करोड़ रुपये दिलाने में मदद की।

इसके चलते गोगोई और सीएम हिमंत बिस्वा सरमा के बीच एक्स पर वाकयुद्ध शुरू हो गया। दोनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक-दूसरे पर हमला बोलते नजर आए।

--आईएएनएस

सीबीटी

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