Follow us

निकट भविष्य में भारतीय बाजारों पर मंडरा रहा है 'तिहरा खतरा'

 
निकट भविष्य में भारतीय बाजारों पर मंडरा रहा है 'तिहरा खतरा'

नई दिल्ली, 18 सितंबर (आईएएनएस)। अल्पावधि में बाजार पर 'तिहरा खतरा' मंडरा रहा है। डॉलर सूचकांक 105 से ऊपर है। लगातार बढ़ रहा यूएस 10-वर्षीय बांड अब लगभग 4.39 प्रतिशत और ब्रेंट क्रूड 94 डॉलर से ऊपर है। यह बात जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने कही।

ये महत्वपूर्ण वृहत जोखिम हैं, जिन्हें बाजार लंबे समय तक नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि एफओएमओ (गायब होने का डर) कारक के कारण एफआईआई बड़ी बिकवाली से बच रहे हैं।

उन्होंने कहा,निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए, विशेष रूप से अत्यधिक गर्म मिड-कैप और स्मॉल-कैप सेगमेंट में। सुरक्षा लार्ज-कैप में है।

उन्होंने कहा कि सभी सेक्टरों में लार्ज-कैप ब्लूचिप्स की भागीदारी रैली को ताकत दे रही है, जिसने निफ्टी को 21,000 के स्तर से काफी ऊपर पहुंचा दिया है।

तथ्य यह है कि हालिया रैली में काफी मूल्यवान बैंकिंग खंड का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, यह भी एक सकारात्मक विकास है। उन्होंने कहा कि बीओबी, केनरा बैंक और इंडियन बैंक जैसे पीएसयू बैंकों का मूल्य अब भी आकर्षक है।

प्रभुदास लीलाधर की तकनीकी अनुसंधान की उपाध्यक्ष वैशाली पारेख ने कहा कि निफ्टी सूचकांक इंट्राडे सत्र के दौरान 20,200 के स्तर को छूकर नई ऊंचाई दर्ज करना जारी रखता है और आने वाले सत्रों में 20,300-20,350 क्षेत्र तक निकट अवधि के लक्ष्य के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयार है।

व्यापक बाजार एक बार फिर से मजबूत हो रहे हैं और मिड-कैप और स्मॉल-कैप काउंटरों से महत्वपूर्ण भागीदारी दिखाई दे रही है, इससे सूचकांक को आगे बढ़ने में मदद मिल रही है। पारेख ने कहा, दिन के लिए समर्थन 20,100 के स्तर पर देखा गया है जबकि प्रतिरोध 20,350 के स्तर पर देखा गया है।

बीएसई सेंसेक्स 155 अंक गिरकर 67,682 अंक पर है। इंफोसिस, एचडीएफसी बैंक, विप्रो में 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट है।

--आईएएनएस

सीबीटी

Tags

From around the web