12 + के लिए Zycov-d वैक्सीन तैयार, इसे लगाने से बच्चों को नहीं होगा दर्द
हैल्थ न्यूज डेस्क।। देश में कोरोना महामारी अभी भी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि इस वायरस को पूरी तरह से समाप्त करना है तो इसका एक मात्र उपाय वैक्सीन ही है। वैक्सीन ही एक मात्र विकल्प है जो हमें इस जानलेवा बीमारी से बचा सकती है। पिछले दिनों बच्चों के लिए भी एक वैक्सीन अप्रूव हुई है। जायकोव -डी नाम के इस वैक्सीन को इमरजेंसी यूज का DGCI से अप्रूवल मिला है। भारतीय फार्मास्युटिकल कपंनी जायडस कैडिला ने इस वैक्सीन को तैयार किया है जिसे दुनिया की पहली DNA आधारित वैक्सीन माना जा रहा है।
बच्चों को दी जाएगी तीन खुराक
वैक्सीन की बच्चों को तीन खुराक दी जाएंगी।पहली खुराक देने के बाद 28 दिनों का अंतर होगादूसरी डोज देने के बाद तीसरी डोज के लिए 56 दिनों का अंतर होना चाहियेबच्चों को नहीं होगा जरा सा भी दर्द यह वैक्सीन पूरी तरह से बच्चों के लिए सुरक्षित बताई जा रही है
पहली डीएनए आधारित वैक्सीन
जायकोव-डी वैक्सीन दुनिया की पहली डीएनए आधारित वैक्सीन है। इससे शरीर के डीएनए का इस्तेमाल कर इम्यून प्रोटीन विकसिक किया जाता है। यह बॉडी में संक्रमण को रोकने का काम करता है। जायकोव-डी को 2 से 8 डिग्री के तापमान पर रखा जा सकता है। इससे इंफेक्शन का खतरा भी कम होता है।
डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ भी प्रभावी
जायकोव डी कोविड 19 वैक्सीन के साथ- साथ डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ भी प्रभावी बताई जा रही है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल का कहना है कि इस वैक्सीन को लेकर काम प्रगति पर है और आने वाले समय में आप इसके बारे में और अधिक सुनेंगे। पॉल ने यह भी कहा कि बच्चों के टीकों के लिए कोवैक्सिन के परिणाम अंतिम चरण में हैं।