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Tirupati Balaji  के दर्शन करना हुआ महंगा, भक्तों को अब पहले से ज्यादा हल्की करनी पड़ेगी जेब
 

 
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ट्रेवल न्यूज डेस्क।।  भारत में कई प्राचीन मंदिर हैं, जिनमें तिरुपति बाला मंदिर भी शामिल है। आपको बता दें कि देश की गिनती सबसे अमीर मंदिरों में भी होती है। आप जानते ही हैं कि साल का कोई महीना ऐसा नहीं होता, जब यहां भीड़ न दिखती हो, जिसके चलते श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यहां दर्शन के लिए ऑनलाइन टिकट भी जारी किए जाते हैं, ताकि श्रद्धालुओं को असुविधा न हो। लंबी कतारों में लगना पड़ रहा है। प्रतीक्षा करने की आवश्यकता नहीं है

समय-समय पर मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट पर दर्शन के लिए ऑनलाइन टिकट भी जारी किए जाते हैं। टीटीडी ने जनवरी से फरवरी 2023 तक दर्शन के लिए नौ जनवरी को सुबह 10 बजे टिकट जारी किया था। टिकट की कीमत 300 रुपये है, यहां से आप 28 फरवरी तक ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं। जानिए टिकट से जुड़ी खास बातें।

गेस्ट हाउस और कॉटेज हुए महंगे-

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हालांकि, टीटीडी ने तिरुमाला में आधुनिक शैली के गेस्ट हाउस और कॉटेज का किराया लगभग 10 गुना बढ़ा दिया है। जहां किराया 150 रुपए था, वह अब 1700 रुपए हो गया है। नारायणगिरी गेस्ट हाउस में कमरे का किराया जो पहले 750 रुपये था, उसे बढ़ाकर अब 1700 रुपये कर दिया गया है। इसी प्रकार विशेष प्रकार के कॉटेज का किराया 750 रुपये से बढ़ाकर 2200 रुपये किया गया है।

तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम आधिकारिक वेबसाइट -
होम पेज पर "ऑनलाइन बुकिंग" विकल्प चुनें और फिर टीटीडी दर्शन बुकिंग ऑनलाइन चुनें।
अपनी ईमेल आईडी और पासवर्ड दर्ज करके एक खाता बनाएं और फिर "सबमिट" विकल्प दबाएं।
फिर आवश्यक विवरण और दस्तावेज दर्ज करके टीटीडी टिकट के लिए ऑनलाइन बुकिंग फॉर्म भरें।
आप क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या नेट बैंकिंग जैसे ऑनलाइन मोड से भुगतान कर सकते हैं।
एक बार जब आप भुगतान कर देते हैं, तो आपको ईमेल के माध्यम से या टीटीडी वेबसाइट से डाउनलोड करके रु. 300 का टीटीडी टिकट प्राप्त होगा।
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दर्शन के लिए तिरुपति/तिरुमाला कैसे पहुंचे -
तीर्थयात्री निम्नलिखित विकल्पों का चयन कर सकते हैं।
हवाई यात्रा- परिवार के साथ जाने के लिए यह यात्रा काफी महंगी होगी।

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दर्शन केवल शुक्रवार को होते हैं -
तिरुपति मंदिर में दिन में भगवान बालाजी के तीन अलग-अलग दर्शन होते हैं। पहले को विश्वरूप कहा जाता है, जिसमें प्रात: काल दर्शन किया जाता है। दूसरे रूप के दर्शन दोपहर में और तीसरे रूप के दर्शन रात्रि में। यहां भगवान के और भी कई रूप देखने को मिलते हैं, जिसके लिए आपको अलग-अलग फीस चुकानी पड़ती है। शुक्रवार की सुबह अभिषेकम के समय भगवान का पूर्ण रूप देखा जाता है।

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