चंदा मामा अब दूर के नहीं रहे, क्योंकि ये देश कर रहा है बुलेट ट्रेन से लोगों को चांद और मंगल ग्रह पर ले जाने की तैयारी
वेदर चैनल इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यह प्रोजेक्ट पृथ्वी से मंगल और चंद्रमा तक इंसानों की यात्रा की सुविधा प्रदान करेगा। बुलेट ट्रेन ज्यादातर अंतर्ग्रहीय परिवहन प्रणाली (Interplanetary Transportation System) के माध्यम से यात्रा करेगी जिसे हेक्साट्रैक के नाम से जाना जाता है। द ग्लास की एक संरचना को वॉटर बॉडीज हरे क्षेत्रों और आर्टिफिशियल गुरुत्वाकर्षण जैसी सुविधाओं के साथ विकसित किया जाएगा।
यही नहीं, ट्रेन हेक्सागोनल आकार के कैप्सूल से लैस होगी। पृथ्वी और चंद्रमा को 15 मीटर के दायरे वाले एक छोटे कैप्सूल की मदद से जोड़ा जाएगा। 20 मीटर का रेडियस कैप्सूल पृथ्वी और मंगल को जोड़ेगा।
चांद पर एक रेलवे स्टेशन बनाने का प्रस्ताव भी है, जिसे चंद्र स्टेशन कहा जाएगा, इसमें मंगल ग्रह भी शामिल होगा। लंबे समय तक कम गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव को कम करने के लिए, हेक्साट्रैक लंबी दूरी की यात्रा के दौरान 1G (पृथ्वी का सामान्य गुरुत्वाकर्षण) गुरुत्वाकर्षण को बनाए रखेगा। जैसा कि अंतरिक्ष विज्ञान द्वारा एक रिपोर्ट कहा गया है, प्रोजेक्ट का एक सिम्लिफाई प्रोटोटाइप वर्जन 2050 तक पूरा करने की उम्मीद है। हालांकि प्रोजेक्ट को असलियत में बदलने में करीबन एक सदी तो लग ही जाएगी।
स्पेस स्टेशन के इंतजार में अगर आप ऐसे खूबसूरत देश में घूमना छोड़ रहे हैं, तो आप स्वर्ग जैसी जगह को छोड़ रहे हैं। जापान में घूमने के लिए वैसे तो कई जगह हैं, लेकिन आप इन स्थानों को देखना न भूलें - माउंट फिजी, गोल्डन पवेलियन, डिजनीलैंड, टोक्यो, हाइम जी कैसल, टोक्यो टावर, तोदैइजी टेम्पल, गोकुदेनी मंकी पार्क, मियाजिमा द्वीप, कजाखस्तान, लेक कैंडी, कुमानो नाची ताइशी।
जापान पहुंचने का एकमात्र और सबसे अच्छा तरीका हवाई मार्ग है। भारत से जापान के लिए कई कनेक्टिंग और सीधी उड़ानें चलती हैं। जापान का प्रमुख हवाई अड्डे ओसाका अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, नारिता हवाई अड्डे, हानेडा और कंसाई हवाई अड्डे हैं। ज्यादातर उड़ानें भारत से टोक्यो के हानेडा हवाई अड्डे पर आती हैं। भारत से जापान की उड़ान दूरी लगभग 5968 किमी है और भारत से जापान पहुंचने में लगभग 5 से 6 घंटे लगते हैं। सीधी उड़ान कनेक्टिविटी केवल दिल्ली से है हालांकि आपको अन्य शहरों जैसे चेन्नई, बैंगलोर, मुंबई आदि से भी कनेक्टिंग उड़ानें मिल जाएंगी।