समुद्र मंथन के वक्त यहां पर गिरी थी अमृत की बूंदें, गंगा दशहरा पर जरूर करें इन स्थानों के दर्शन
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लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। सनातन धर्म के त्योहारों में गंगा दशहरा का बहुत महत्व है। यही वजह है कि देशभर में इस मौके पर गंगा के घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रही है. लेकिन कुछ खास जगहों पर गंगा दशहरा के लिए पूरे भारत से श्रद्धालु पहुंचते हैं। अगर आप भी गंगा दशहरा पर जाने का प्लान कर रहे हैं तो इन जगहों पर जा सकते हैं। यहां जाकर आप गंगा दशहरा का अद्भुत रूप देख सकते हैं। तो आइए जानते हैं इन जगहों के बारे में…
वाराणसी
हर साल गंगा दशहरा के मौके पर उत्तर प्रदेश में शिव की नगरी वाराणसी में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और मां गंगा में स्नान कर विशेष पूजा अर्चना करते हैं. वाराणसी में 87 घाट हैं, जिनका अपना महत्व है। विद्वानों का कहना है कि काशी में गंगा स्नान का विशेष महत्व है।
हरिद्वार
हरिद्वार में गंगा का विशेष महत्व माना जाता है। यहाँ से गंगा नदी पहाड़ी क्षेत्रों को छोड़कर मैदानों में प्रवेश करती है। इसके अलावा विद्वानों का कहना है कि समुद्र मंथन के दौरान अमृत की बूंदें यहां गिरी थीं, जिसके कारण यहां हर 12 साल में कुंभ का आयोजन होता है। यही वजह है कि हरिद्वार में गंगा दशहरे का महत्व बढ़ जाता है।
ऋषिकेश
ऋषिकेश में भी लाखों श्रद्धालु गंगा दशहरा के अवसर पर पवित्र डुबकी लगाते हैं। कहा जाता है कि सनातन धर्म की तीन प्रमुख नदियां गंगा, यमुना और सरस्वती इसी स्थान पर मिलती हैं। इस स्थान से गंगा नदी दाहिनी ओर मुड़ जाती है। यहां हर शाम मां गंगा की विशेष पूजा-आरती का आयोजन किया जाता है।
गढ़मुक्तेश्वर
गंगा तट पर स्थित गढ़मुक्तेश्वर में मां गंगा का एक मंदिर भी बना हुआ है। इसके अलावा गंगा दशहरा के अवसर पर यहां विशाल मेले का आयोजन किया जाता है। इसमें भाग लेने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं और मां गंगा में डुबकी लगाकर मोक्ष का आशीर्वाद मांगते हैं।
इलाहाबाद
संगमनगरी यानी गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के मिलन स्थल इलाहाबाद में गंगा दशहरा बेहद खास है। क्योंकि यहां कुंभ का भी आयोजन होता है, इसलिए इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। यही वजह है कि गंगा दशहरा के मौके पर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है।