देश के इस शहर में पहली बार नदी के नीचे से दौड़ेगी मेट्रो ट्रेन, देखने में ऐसी लगती है जैसे तैर रही हो बड़ी मछली
लाइफस्टाइल न्यूज डेस्क।। ट्रेन के बारे में आपने आज तक सोचा भी नहीं होगा कि कभी-कभी नदी के नीचे भी दौड़ सकती है और जब आप मेट्रो के बारे में सुनते हैं तो पता नहीं क्या कहते हैं! जी हां, बहुत जल्द कोलकाता में नदी के नीचे मेट्रो दौड़ेगी। यह देश की पहली मेट्रो होगी, जो यात्रियों को हुगली नदी के नीचे बनी सुरंग से ले जाएगी। बस मज़ा लगता है, है ना? आइए आपको बताते हैं इस मेट्रो के बारे में कुछ रोचक तथ्य।
हुगली नदी ट्रायल मोड पर चलती है
बुधवार को मेट्रो ने हुगली नदी को ट्रायल मोड पर चलाया। हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड तक पानी के भीतर की यात्रा अगले सात महीनों के लिए ट्रायल रन पर होगी। इसके बाद यात्रियों के लिए सफर भी शुरू कर दिया जाएगा।
भारत का पहला ऐसा डीप स्टेशन
भूमिगत मार्ग 4.8 किमी है और एक बार यह खंड खुल जाने के बाद यह भारत का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन बन जाएगा। बता दें, यह सतह से 33 मीटर नीचे है। मेट्रो के 45 सेकंड में हुगली नदी के नीचे 520 मीटर के हिस्से को कवर करने की उम्मीद है।
पानी के नीचे की सुरंग
पानी के अंदर बनी इस सुरंग से मेट्रो को निकलते हुए देखकर ऐसा लगेगा जैसे कोई बड़ी व्हेल मछली पानी के नीचे तैर रही हो। विजुअल व्यूइंग के लिए ये सेवाएं इसी साल शुरू होंगी।
इसमें चार स्टेशन होंगे
आपको बता दें कि इसके चार स्टेशन एस्प्लेनेड, महाकरण, हावड़ा और हावड़ा मैदान हैं। जहां पहले हावड़ा और सियालदह के बीच की दूरी में डेढ़ घंटा लगता था, वहीं अब मेट्रो से 45 मिनट लगेंगे। इससे सड़क पर जाम कम होगा।
ये चुनौतियां निर्माण में आईं
हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड तक टनल के निर्माण में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, आपको बता दें कि सुरंग बड़ाबाजार इलाके में ब्रेबॉर्न रोड पर कई भीड़भाड़ वाले इलाकों से गुजर रही है, जिसके दौरान भूमिगत काम के दौरान कई निवासियों को होटलों में शिफ्ट करना पड़ा. .