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न दान न दक्षिणा ना ही प्रसाद की इजाजत.... 108 बार 'जय श्री राम' लिखो तभी मिलती है इस मंदिर में एंट्री

 
न दान न दक्षिणा ना ही प्रसाद की इजाजत.... 108 बार 'जय श्री राम' लिखो तभी मिलती है इस मंदिर में एंट्री

लाइफस्टाईल न्यूज डेस्क।। जब भी हम मुसीबत में होते हैं तो भगवान को याद करते हैं। कुछ लोग जीवन में कठिनाइयों का सामना करते हुए भगवान के मंदिर में प्रसाद लेकर पहुंचते हैं। जब कठिनाइयाँ हमें घेर लेती हैं, तो हम प्रार्थना में ईश्वर के पास आते हैं। मंदिरों में प्रसाद और प्रसाद चढ़ाने की प्रथा वर्षों से चली आ रही है। आप भी बिना प्रसाद के किसी मंदिर में नहीं जाना चाहेंगे, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बता रहे हैं जहां प्रसाद नहीं बल्कि जय श्री राम लिखकर मांगी जाती है।

न दान न दक्षिणा ना ही प्रसाद की इजाजत.... 108 बार 'जय श्री राम' लिखो तभी मिलती है इस मंदिर में एंट्री

जय श्री राम लिखकर मंदिर में प्रवेश करें।
मध्य प्रदेश के इंदौर में स्थित इस खास मंदिर में न तो प्रसाद चढ़ाया जाता है और न ही आपको कुछ और चढ़ाने की जरूरत है। अगर आप इस प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा करना चाहते हैं या भगवान के दर्शन करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको 108 बार जय श्री राम लिखना होगा। भगवान श्री राम और हनुमान का रिश्ता एक भक्त और भगवान के बीच सबसे मजबूत रिश्ता है। अगर आपको हनुमानजी को प्रसन्न करना है तो आपको भगवान राम को प्रसन्न करना होगा। इसके लिए आपको पहले 108 बार जय श्री राम लिखना होगा.

कोई दान पेटी नहीं है
मंदिर में प्रवेश करने के लिए आपको प्रसाद और प्रसाद ले जाने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यहां प्रवेश करने के लिए आपको 108 बार राम का नाम लिखना होगा। इसके बाद ही आपको इंदौर से इस प्रसिद्ध मंदिर में प्रवेश मिलेगा। भगवान की भक्ति पैसे या प्रसाद से नहीं बल्कि आपकी निस्वार्थ भक्ति से प्राप्त होती है। इस मंदिर में न तो कोई दान, प्रसाद लेना है और न ही कोई प्रसाद लेना है। इसीलिए यहां भगवान के सामने एक भी दान पेटी नहीं रखी जाती है। मंदिर में किसी भी प्रकार की कोई जादुई वस्तु नहीं रखी गई है।

न दान न दक्षिणा ना ही प्रसाद की इजाजत.... 108 बार 'जय श्री राम' लिखो तभी मिलती है इस मंदिर में एंट्री

भगवान हनुमान की एक ऊंची मूर्ति
इस मंदिर में भगवान हनुमान की 51 फीट ऊंची विशाल प्रतिमा आकर्षण का केंद्र है। भगवान ने राम-लक्ष्मण को अपने कंधों पर बिठाया है। हनुमानजी के इस मंदिर में हर जगह राम का नाम लिखा हुआ है। भक्ति हर जगह दिखाई देती है. यहां भगवान हनुमान के साथ-साथ मेघनाथ, रावण, कैकेयी, कुंभकर्ण, मंथरा और शूर्पणखा की मूर्तियां भी रखी हुई हैं। इस मंदिर में आपको रामायण के सभी पात्रों की मूर्तियां मिल जाएंगी। यह मंदिर शहर का अनोखा मंदिर माना जाता है। यहां रोजाना सुबह से लेकर देर रात तक लोगों की भीड़ देखने को मिलती है।

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