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अंग्रेजों ने बहादुर शाह जफर को बनाया था इस शाही इमारत में बंदी, सदीयों बाद भी दिल्ली की शान बने हुए है ये लाल महल

 
अंग्रेजों ने बहादुर शाह जफर को बनाया था इस शाही इमारत में बंदी, सदीयों बाद भी दिल्ली की शान बने हुए है ये लाल महल

लाइफस्टाईल न्यूज डेस्क।। देश की राजधानी दिल्ली अपनी ऐतिहासिक इमारतों के लिए दुनिया भर में मशहूर है। कुतुब मीनार हो, जामा मस्जिद हो, इंडिया गेट हो या लाल किला, यहां की हर चीज लोगों को दीवाना बना देती है। अगर हम इनके इतिहास की बात करें तो इन जगहों का इतिहास भी बहुत दिलचस्प है, यही वजह है कि ब्रिटिश लोग भी यहां आते हैं। आज हम आपको दिल्ली की मशहूर जगह लाल किले के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में कुछ अप्रत्याशित और सुनी-सुनाई जानकारी शायद ही आप जानते होंगे।

लाल किले का रंग
 
दिल्ली के लाल किले यानी रेड किला के रंग के बारे में तो आप सभी जानते ही होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस इमारत का असली रंग क्या था? जी हां, लाल किले का सबसे पहले रंग सफेद था। लाल कोला का निर्माण शाहजहाँ ने करवाया था। इतिहास में इसका कोई जिक्र नहीं है कि यह सफेद था या नहीं, लेकिन जब अंग्रेजों ने भारत पर शासन करना शुरू किया तो कई इमारतों का रंग भी बदल गया।

अंग्रेजों ने बहादुर शाह जफर को बनाया था इस शाही इमारत में बंदी, सदीयों बाद भी दिल्ली की शान बने हुए है ये लाल महल

वास्तविक नाम

लाल किला अपने वर्तमान काल से ही जाना जाता है। लेकिन कौन जानता है, इसे मूल रूप से "किला-ए-मुबारक" के नाम से भी जाना जाता था। इतिहास कहता है कि शाहजहाँ ने इस किले का निर्माण तब कराया जब उसने अपनी राजधानी आगरा से दिल्ली स्थानांतरित करने का निर्णय लिया। उस दौरान किले का नाम किला-ए-मुबारक था जिसे बाद में बदलकर लाल किला कर दिया गया।

इसमें एक दशक लग गया

अंग्रेजों ने बहादुर शाह जफर को बनाया था इस शाही इमारत में बंदी, सदीयों बाद भी दिल्ली की शान बने हुए है ये लाल महल
लाल किले को बनाने में लगभग 10 साल का समय लगा। आपको बता दें कि इस पूरे किले को बनाने में लगभग एक दशक का समय लगा था। इतिहास के पन्ने बताते हैं कि इसे 1638 के आसपास बनाया गया था और इसे पूरा होने में 10 साल लगे। चूँकि उस समय कोई आधुनिक युग नहीं था इसलिए इतना समय लगना लाजमी था। लेकिन उस दौरान लाल किले का निर्माण इतनी मजबूती से किया गया कि यह आज भी खड़ा है।

कोहिनूर हीरा

यह बात बहुत से लोग नहीं जानते लेकिन हम आपको बता दें कि कोहिनूर हीरा असल में शाहजहां के शाही सिंहासन का हिस्सा था, जो दीवानी-ए-खास में स्थित था। वर्षों बाद कीमती पत्थर को नादिर शाह (फ़ारसी नेपोलियन) ने ले लिया। पन्ना, मोती, हीरे और माणिक जैसे कई कीमती पत्थरों से सजा यह हीरा दुनिया का सबसे खूबसूरत हीरा है।

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बहादुर शाह जफर

अंतिम मुगल सम्राट बहादुर शाह जफर, ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ 1857 के युद्ध का प्रतीक थे। कहा जाता है कि बहादुर शाह जफर को उनके ही घर यानी लाल किले में अंग्रेजों ने देशद्रोह के आरोप में यातनाएं दी थीं। बाद में ब्रिटिश अदालत ने उन्हें इसी इमारत के दीवान-ए-खास में कैद कर दिया और दोषी पाए जाने पर राजा का ताज छीन लिया गया।

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