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क्या आपका बच्चा भी हमेशा रहता है चिड़चिड़ा तो फॉलो करें ये टिप्स
 

 
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आजकल अधिकतर माता-पिता कम उम्र में ही बच्चों के स्वभाव में चिड़चिड़ापन आने की शिकायत कर रहे हैं। एक रिसर्च के अनुसार कोरोना के दौरान बच्चों की जिंदगियों और मानसिकता में काफी बड़े बदलाव देखने को मिले हैं।  कोरोना के समय बच्चों का घर से बहार नहीं निकलना और घर से ही ऑनलाइन क्लास और पढाई करना उनके स्वभाव में आये बदलाव का एक बड़ा कारण है।  बच्चों के लिए अपनी पर्सनल और स्कूल लाइफ में बैलेंस बनाना मुश्किल हो रहा है। इस स्थिति में पेरेंट्स का फर्ज बनता है कि वे इस मुश्किल दौर में बच्चे का खास ध्यान रखकर उनकी लाइफ में बदलाव लाएं। तो आईये आज हम आपको कुछ टिप्स बताते हैं, जिसकी मदद से आप बच्चे की पर्सनल जिंदगी और स्कूल लाइफ के बीच बैलेंस बना सकते है...

एक्टिव रखें
ऑनलाइन क्लासिस या घर पर रहकर बच्चे थका-थका महसूस करते हैं। लेकिन फिर भी पेरेंट्स का फर्ज बनता है कि वे बच्चे को एक्टिव रखने की पूरी कोशिश करें।  इसके लिए आप बच्चों के साथ मिल कर कोई छोटे-मोटे गेम्स खेल सकते हैं या फिर कोई माइंड गेम भी खेल सकते हैं।  इसके पीछे कोशिश है की बस बच्चा एक्टिव रहे, जिससे स्ट्रेस हार्मोन कम होने में मदद मिलती है।

बच्चे से बातचीत करें
बच्चे के साथ समय बिता कर और उससे बात कर के जाने की कोशिश करें की कहीं वो स्ट्रेस तो महसूस नहीं कर रहा है। बच्चे को समझाएं कि गुस्सा करने से उसकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। उसे खुश रखने के लिए उसका मनपसंद काम कर सकते हैं इसके अलावा उनकी ऑनलाइन क्लास में या होमवर्क में उनकी मदद कर सकते हैं।  

फैमिली गेम नाइट करें प्लान
आप कभी-कभार फैमिली गेम नाइट बच्चे को एक्टिव व हैप्पी रखने के लिए आयोजित कर सकते हैं। इसमें आप कुछ आसान सी फिजिकल एक्टिविटीज, कुछ बच्चे की पसंद की डिशेज, मूवीज और बाकि चीजें रख सकते हैं।  

बच्चे का एक रूटीन सेट करें
कोरोना के दौरान सिर्फ बच्चों का ही नहीं उनके माँ बाप का भी रूटीन बिगड़ गया है, ऐसे में जरूरी है की आप उनके जागने से लेकर सोने तक का सारा टाइम टेबल सेट सेट करें।  इससे बच्चे को इस बात की समझ आएगी कि उसे कब जागना है, कब खाना है, कब खेलना व पढ़ना है। ऐसा करने से उसे एक खुशहाली और ट्रेंशन फ्री जिंदगी जीने में मदद मिलेगी।

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